फिल्म के डायरेक्टर की होटल के कमरे में मिली लाश, जांच में जुटी पुलिस

फिल्म के डायरेक्टर की होटल के कमरे में मिली लाश, जांच में जुटी पुलिस

भोजपुरी फिल्म 'दो दिल बंधे एक डोरी से' के निर्माता-निर्देशक का बुधवार को संदिग्ध हाल में निधन हो गया। उनका शव रॉबर्ट्सगंज नगर के एक होटल के कमरे में बिस्तर पर पड़ा मिला। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लिया और सूचना घरवालों को दी।

फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में ही वह पिछले 12 दिनों से यहां ठहरे हुए थे। पुलिस में मामले की छानबीन शुरू कर दी है। कमरे से सिगरेट के पैकेट और दवाइयां बरामद हुई है।महाराष्ट्र के थाणे निवासी सुभाष चंद्र तिवारी (60) भोजपुरी फिल्म दो दिल बंधे एक डोरी से का निर्माण कर रहे थे। फ़िल्म की शूटिंग इन दिनों जिले के विभिन्न क्षेत्रों में चल रही है। इसी सम्बंध में फिल्म यूनिट पिछले 12 मई से यहां अलग-अलग होटल में  ठहरी हुई है। कुछ कलाकारों के साथ सुभाष चंद्र तिवारी वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग स्थित एक होटल में रूके थे। फ़िल्म यूनिट के सदस्यों के मुताबिक सुभाषचंद्र मंगलवार की शाम से ही कुछ परेशान थे। उन्हें डॉक्टर को भी दिखाया गया।होटल पहुंचने में बाद उन्होंने फिल्म के हीरो प्रेम सिंह और हीरोइन काजल यादव को भुगतान देकर मुंबई जाने के लिए एक कार से वाराणसी एयरपोर्ट भेजा। रात करीब दो बजे वह अपने कमरे में सोने गए। बुधवार की सुबह देर तक बाहर न आने पर साथी कलाकार उन्हें जगाने पहुंचे। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने पर भी कोई उत्तर नहीं मिला। होटल प्रबंधन के माध्यम से सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचे रॉबर्ट्सगंज थाने के प्रभारी मनोज सिंह की मौजूदगी में पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया तो बिस्तर पर सुभाषचंद्र मृत हाल में मिले। पुलिस ने सूचना उनके घरवालों को दी और शव कब्जे में लेकर जिला अस्पताल भेज दिया। थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि विभिन्न बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। हार्ट अटैक भी मौत का कारण हो सकता है। परिजनों का इंतजार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।

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