पंच दिवसीय श्रीराम महायज्ञ जारी, द्वितीय दिवस 250 यजमानों ने दी आहूतियां
चितौड़गढ़। अष्टादश कल्याण महाकुंभ के षष्ठम दिवस गुरूवार को श्रीराम यज्ञशाला में पंच दिवसीय श्रीराम महायज्ञ के द्वितीय दिवस 250 से अधिक युगल यजमानों ने शाकल्य एवं गौघृत्य की आहूतियां देते हुए घर, देश, प्रदेश में चहूं ओर खुशहाली की कामना की। इस दौरान वेदपीठ के आचार्यों एवं बटुकों के मंत्रोच्चार के साथ यजमानों ने ब्राह्माण्ड के समस्त देवताओं, ग्रहों एवं भगवान श्रीराम के मंत्रों के साथ आहूतियां दी गई। प्रारंभ में यज्ञशाला में स्थापित देवताओं की वैदिक विधान के अनुसार पूजा अर्चना कर यज्ञ का शुभारंभ किया गया। यज्ञ मंडप में स्थापित देवताओं के साथ ही सर्वतो भद्र मंडल, श्रीराम भद्र मंडल यजमानों एवं दर्शनार्थियों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा। जहां ठाकुर श्री को विराजित किया गया था। द्वितीय दिवस के यज्ञ विश्राम के बाद बड़ी संख्या में मौजूद यजमानों एवं दर्शनार्थियों द्वारा यज्ञ की परिक्रमा की गई, जिसमें से कई श्रद्धालु 51 से लेकर 108 तक परिक्रमा करते हुए देखे गए। बड़े सवेरे से लेकर संध्या आरती तक श्रद्धालुओं द्वारा यज्ञशाला की परिक्रमा का दौर चलता रहा।
एकादश द्रवों से हुआ ठाकुर जी का महारूद्राभिषेक
कल्याण महाकुंभ के द्वितीय दिवस ठाकुरजी का 21 द्रव्यों से महारूद्राभिषेक किया गया, जिसके बड़ी संख्या में श्रद्धालु साक्षी बनें। मंगला दर्शन के साथ ही रूद्रभिषेक की परंपरा अनवरत जारी है। वेदपीठ पर विराजित कल्याण नगरी के राजाधिराज ठाकुर जी कल्लाजी सहित पंच देवों का महाकुंभ के दौरान नित नया श्रृंगार श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इसी कड़ी में महाकुंभ के षष्ठम दिवस ठाकुर जी को श्याम बाबा खाटू नरेश का मनमोहक स्वरूप धराया गया, जो भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा। सतरंगी फूलों के बीच सजे ठाकुरजी श्याम बाबा के रूप में खूब जच रहे थे जिनकी मनमोहक छवि देखकर हर कोई भक्त अपने नेत्रों में बसाने को आतुर दिखाई दिया। इतना ही नहीं मंदिर परिसर को केसरियां फूलों से सजाकर आकर्षक झांकी बनाई गई। जिससे ऐसा लगा कि वेदपीठ श्याम बाबा का दरबार बन गया। यूं तो प्रतिवर्ष प्रतिदिन कल्याण महाकुंभ के दौरान ठाकुर जी को छप्पन भोग लगाया जाता रहा है, इसी कड़ी में गुरूवार को विभिन्न प्रकार के मौसमी फलों का भोग लगाकर परंपरा का निर्वहन किया गया। फलों की झांकी भी लोगों को आकर्षित कर रही थी।