जलदाय विभाग के दो अधिकारियों व ठेकेदार सहित चार गिरफ्तार, BJP सांसद ने ईडी में की थी शिकायत

जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जल जीवन मिशन योजना में काम करने वाले ठेकेदारों के ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी ने प्रदेश के तीन ठेकेदारों के ठिकानों से दस्तावेज जुटाए हैं। साथ ही एसीबी ने कार्रवाई करते हुए जलदाय विभाग के दो अधिकारियों,एक ठेकेदार और उसकी कंपनी में काम करने वाले मैनेजर को रिश्वत के मामलें में गिरफ्तार किया है। जिस ठेकेदार को एसीबी ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया,उस की जांच भी ईडी ने की है।
जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार का बोलबाला
एसीबी ने रविवार देर रात अलवर और नीमराना में तैनात जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता मायालाल सैनी और कनिष्ठ अभियंता प्रदीप को ठेकेदार पदमचंद जैन से दो लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद जांच की कार्रवाई सोमवार सुबह तक जारी रही। जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार के मामले में आधा दर्जन अन्य अधिकारियों एवं ठेकेदारों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
BJP सांसद ने ईडी में की थी शिकायत
भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गिरफ्तार किए गए ठेकेदार की दो कंपनियों द्वारा जल जीवन मिशन में अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए कुछ महीनों पहले ईडी में शिकायत की थी ।
होटल में होता था पैसों का लेन-देन
ठेकेदार जैन की जयपुर के पोलो विक्ट्री के पास खुद की होटल है। इसी होटल में अधिकारी बिल पास करने के बदले पैसे लेते थे। होटल से कई सरकारी दस्तावेज मिले हैं। दोनों अधिकारी एक ही गाड़ी से रिश्वत की रकम लेने के लिए रविवार शाम जयपुर पहुंचे थे।
एसीबी टीम ने बिछाया था जाल
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि दोनों अधिकारियों व ठेकेदार के साथ उसकी कंपनी के मैनेजर मलकेत सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ अधिकारी ठेकेदारों के बिल पास करने के बदले में रिश्वत लेते हैं। इस पर एसीबी के अधिकारियों की टीम ने अधिकारियों व ठेकेदारों पर निगरानी की। उनके मोबाइल फोन सर्विलांस पर लिए । सूचना थी की रविवार देर रात दोनों अधिकारी ठेकेदार से रिश्वत की रकम लेने के लिए उसकी होटल में पहुंचेंगे। एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर पैसों का लेन-देन करते हुए चारों को गिरफ्तार किया है।
होटल में बैठकर बिल बनाते थे अधिकारी
जांच में सामने आया कि ठेकेदार ने बहरोड़ और अलवर में जलदाय विभाग के कई काम किए थे। इनमें जल जीवन मिशन के काम भी शामिल थे। गिरफ्तार किए गए दोनों अधिकारियों के अतिरिक्त अन्य अधिकारी भी ठेकेदार की होटल में बैठकर बिल बनाते और पास करते थे। ठेकेदार की दो कंपनियों पर फर्जी आय और अनुभव प्रमाण पत्र बनवाकर 900 करोड़ रुपये का ठेका लेने का आरोप लगा था।
