समोसा कॉकस से लेकर डोसा, श्रीखंड और संदेश तक, पीएम मोदी ने इन शब्दों का जिक्र क्यों किया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा पर हैं। व्हाइट हाउस में शानदार स्वागत के बाद पीएम मोदी ने कैपिटल हिल्स में अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इस दौरान समोसा कॉकस से लेकर डोसा, श्रीखंड और संदेश तक कई भारतीय पकवानों के नाम सुनाई दिए। आइए जानते है कि आखिर अमेरिका की संसद में विविध भारतीय पकवानों के नाम का जिक्र क्यों हुआ।
भारत में ढाई हजार राजनीतिक दल
पीएम मोदी ने कहा कि भारत सभी धर्मों का घर है। हम अलग-अलग व्यंजनों का स्वाद चखते हैं। डोसा से आलू पराठा, श्रीखंड से संदेश तक हम इसका आनंद लेते हैं। पीएम मोदी ने भारत की विविधता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमारे यहां 2500 राजनीतिक दल हैं। 20 अलग-अलग दल भारत के अलग-अलग राज्यों में सत्ता में हैं। हमारे यहां 22 आधिकारिक भाषाएं हैं, हजारों बोलियां हैं। इसके बाद भी हम एक स्वर में बात करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे यहां हर सौ मील पर खान-पान बदल जाता है। डोसा से आलू पराठा तक और श्रीखंड से संदेश तक, हम सभी का लुत्फ उठाते हैं।
पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
उन्होंने आगे कहा कि आज दुनिया भारत के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहती है। मैं इस सदन में भी यही जिज्ञासा देखता हूं। हर कोई भारत के लोकतंत्र, विकास और विविधता के बारे में जानना चाहता है। भारत आज भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।
अमेरिका में भारतीय मूल के लाखों लोग
पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका की बुनियाद लोगों के बीच समानता पर टिकी है। आपने दुनियाभर से यहां आए लोगों को अमेरिका के सपने में समान रूप से साझेदार बनाया है। यहां पर लाखों लोग ऐसे हैं, जिनकी जड़ें भारत से हैं। उन्होंने कहा कि उनमें से कुछ यहां गर्व के साथ संसद में बैठे हैं। इनमें से ही एक मेरे पीछे भी खड़ी हैं (कमला हैरिस), जिन्होंने इतिहास रच दिया था। मुझे बताया गया है कि समोसा कॉकस का जायका अब संसद में नजर आता है। उम्मीद है कि विविध भारतीय पकवान भी यहां नजर आएंगे।
जानिए क्या है समोसा कॉकस
अमेरिका में भारतीय मूल के सांसदों को अनौपचारिक रूप से समोसा कॉकस (Samosa Caucus) कहा जाता है। अमेरिका में वर्ष 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में समोसा कॉकस की कहानी शुरू हुई थी। उस चुनाव में पहली बार भारतीय मूल के कुछ सांसद निर्वाचित हुए थे। बाद में ये संसद में अक्सर एक साथ दिखाई देते थे। उस दौरान अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने पहली बार भारतीय मूल के सांसदों के इस समूह को समोसा कॉकस नाम दिया था। कमला हैरिस भी इस समूह की प्रमुख सदस्य थीं, जो वर्तमान में अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैं। राजा कृष्णमूर्ति का कहना था कि उन्होंने अमेरिकी संसद में भारतीय मूल के सांसदों की संख्या को रेखांकित करने के लिए समोसा कॉकस नाम दिया।