जल्द पूरा करें अपना घर बनाने का सपना, इतने रुपये सस्ता हुआ सरिया, कम लागत में बन जाएगी बात

जल्द पूरा करें अपना घर बनाने का सपना, इतने रुपये सस्ता हुआ सरिया, कम लागत में बन जाएगी बात
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 अगर आप अपना घर बनाने की योजना पर कार्य कर रहे हैं, तो दिसंबर का महीना आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस महीने घर बनाने के लिए उपयोग होने वाले महत्वपूर्ण घटक सरिया की कीमत में कटौती देखी गई है। इससे आपके घर बनाने की लागत में पहले के मुकाबले कमी आ सकती है और कंस्ट्रक्शन में पैसे की बचत हो सकती है।

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 बता दें, इस साल की शुरुआत में कोयला की दामों में इजाफा और लौह अयस्क पर आयात शुल्क बढ़ने के कारण सरिया बनाने वाली कंपनियों के लिए इसका उत्पादन करना पहले के मुकाबले काफी महंगा हो गया था, जिस कारण लगभग पूरे साल सरिया के दाम उच्च स्तर पर रहे हैं, लेकिन बीते दिनों कोयले की कीमत में वैश्विक स्तर पर कमी आने और सरकार की ओर से लौह अयस्क पर आयात शुल्क कम होने की कारण सरिया की कीमत में कमी देखने को मिल रही है।

केंद्र सरकार द्वारा आयात शुल्क में कटौती के बाद पूरे देश में सरिया में दामों में गिरावट देखने को मिल रही है। 4 दिसंबर को आयरनमार्ट (ayronmart.com) के अनुसार , दिल्ली में सरिया के दाम 51,400 रुपये प्रति टन है, जो कि 19 अक्टूबर को 53,300 रुपये प्रति टन है। हैदराबाद में सरिया के दाम 50,500 रुपये प्रति टन हो गया है, जो 19 अक्टूबर को 52,000 प्रतिटन है। जयपुर में दाम 53,100 (19 अक्टूबर) से गिरकर 50,000 रुपये प्रति टन पर आ गया है।

 

 

 

 

चेन्नई में दाम 54,500 रुपये प्रति टन (19 अक्टूबर) से गिरकर 52,200 रुपये प्रति टन पर आ गया है। कानपुर में दाम फिसलकर 53,000 रुपये प्रति टन हो गया है , जो कि 19 अक्टूबर को 55,200 रुपये प्रति टन पर था।

TMT Steel Bar पर लगता है 18 प्रतिशत GST

सरिया यानी TMT Steel Bar पर सरकार की ओर से 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है। जीएसटी लगने के बाद कीमतें अलग हो सकती हैं।

 

 

 

चार प्रकार की होती हैं सरिया

भारत में सरिया विनिर्माण कंपनियां आमतौर पर चार प्रकार के सरिया का निर्माण करती हैं। ये Fe-415, Fe-500, Fe-550, and Fe-600 हैं। Fe-600 का इंडस्ट्रियल गतिविधियों में होता है। Fe-500 और Fe-550 का उपयोग पुल या फिर टनल बनाने के लिए किया जाता है। वहीं, Fe-415 का उपयोग घर आदि बनाने के लिए किया जाता है।

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Repo Rate में एक और वृद्धि से उद्योग जगत में चिंता।

 

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