जीएसएस आमल्दा के व्यवस्थापक पर बड़े घोटाले का आरोप, अध्यक्ष की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज

जीएसएस आमल्दा के व्यवस्थापक पर बड़े घोटाले का आरोप,  अध्यक्ष की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज

भीलवाड़ा हलचल। जीएसएस आमल्दा के व्यवस्थापक लोकेश शर्मा पर बड़ा घोटाला करने के आरोप लगाते हुये जीएसएस अध्यक्ष ने शक्करगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। इसमें फर्जी लोन, किसानों की हिस्सा राशि उठाने सहित अन्य आरोप लगाये गये हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
शक्करगढ़ थाना पुलिस के मुताबिक, जीएसएस आमल्दा के अध्यक्ष जसवंत सिंह राजपूत ने जीएसएस व्यवस्थापक लोकेश शर्मा के खिलाफ दी रिपोर्ट में बताया कि जीएसएस व्यवस्थापक लोकेश शर्मा ने समिति आमल्दा में भारी अनियमितता करते हुये फर्जी लोन व किसानों की हिस्सा राशि जो जीएसएस में जमा रहती है, उसे भी स्वयं ने उठा लिया।
15 जून 2021 को दी सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड भीलवाड़ा का पत्र जिला जांच अधिकारी श्रवण लाल कुमावत ने परिवादी सिंह को दिया। तब पता चला कि व्यवस्थापक शर्मा ने जीएसएस में भारी घोटाला कर 69 लाख 35 हजार 156.86 रुपये का गबन कर लिया।
सिंह ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पूर्व में भी खाद्यान्न सामग्री में भारी अनियिमिता की है। जिसकी रिपोर्ट डीएसओ, भीलवाड़ा ने जहाजपुर थाने में दर्ज करवा रखी है। ओलावृष्टी 2014-15 में किसानों के मिले मुआवजे में भारी घोटाला है। 2012-13 में अंत्योदय बीपीएल स्टैंड दिये, लेकिन व्यवस्थापक ने किसी भी परमिटधारी को गेहूं नहीं दिये। पूर्व में इन सभी की शिकायत विभाग को की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। परमिट धारियों व ओलावृष्टि के प्रभावित किसानों ने परिवादी को शिकायत की। इस पर उन्होंने व्यवस्थापक को कई बार कहा,लेकिन कोई सुनवाई नहीं की। सहायक व्यवस्थापक सांवरा शर्मा भी परिवादी की बिना सहमति के लगाया गया है। उसका भी जीएसएस घोटाले में हाथ है।
अध्यक्ष सिंह ने रिपोर्ट में बताया कि वे, दो साल से बीमार होने के कारण जीएसएस की बैठक नहीं ले सके। उन्होंने बताया कि उनकी बिना जानकारी से सभी घोटाले किये गये। सिंह ने रिपोर्ट में यह भी बताया कि उन्होंने व्यवस्थापक से उनका लेटरहेड व सील मंगवाई, लेकिन अभी तक नहीं दी। पुलिस ने अध्यक्ष सिंह की इस रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

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