भोर तक चला गण्पति विसर्जन, हजारों लोगों ने किये भगवान गणेश के दर्शन
चित्तौड़गढ़। शहर में आयोजित दस दिवसीय गणपति महोत्सव के अंतिम दिन अनंत चतुर्दशी को घरों में स्थापित गणपति प्रतिमाओं को भले ही भरी दुपहरी से गंभीरी नदी मंे विसर्जन का क्रम चल पड़ा हो, लेकिन अधिकृत डेढ दर्जन से अधिक श्री गणेश की प्रतिमाओं का चल समारोह संध्या वेला मंे प्रारम्भ हुआ। गांधी चौक सहित शहर के अन्य क्षेत्रों से विशाल एंव आकर्षक गणेश प्रतिमाओं की शोभायात्रा ढोल नंगाड़ो, गाजे बाजे व अखाड़ा प्रदर्शन के साथ निकाली गई, जिसमे हजारों गणेश भक्तों ने सतरंगी अबीर गुलाल से फाग खेलते हुए गणपति बप्पा मोरिया का जयघोष करते रहे। इस दौरान रात्रि 11 बजे पश्चात गोलप्याउ चौक में प्रतिमाएं पहुचने लगी, जहां लोगों की भारी भीड़ के हुजुम से किसी विशाल मेले का परिदृश्य दिखाई दे रहा था। कमोबेश ऐसे ही हालात सुभाष चौक से लेकर गंभीरी नदी नट तक देखने को मिले। जहां तक नजर जा रही थी वहां तक अपार जनगंगा प्रवाहित हो रही थी। गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन का क्रम शुक्रवार को भोर होते तक चलता रहा। चल समारोह के दौरान शहर वासियों के लिये चित्तौड़ी आठम समिति एंव तुसली ब्लड फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान मंे भामाशाहो के सहयोग से हजारों लोगों के लिये भोजन की व्यवस्था की गई थी, जहां लोगों ने महाप्रसाद ग्रहण किया, वही विधायक चंद्रभान सिह आक्या की ओर से भक्तों को सवा लाख मोदक प्रसाद के रूप मंे वितरित किया गया। इस दौरान जिला एंव पुलिस प्रशासन द्वारा की गई चाक चौबंद व्यवस्था के फलस्वरूप यह विशाल समारोह शांति पूर्वक सम्पन्न हो गया। गंभीरी नदी तट पर नगर परिषद की ओर से नावों का वैकल्पिक जुगाड़ एंव गौताखोरों की व्यवस्था देखने को मिली।