हॉस्टल में सफाई झाड़ू पोछा चूल्हा चोखा व नालियां साफ करने को मजबूर छात्राएं

हॉस्टल में सफाई झाड़ू पोछा चूल्हा चोखा व नालियां साफ करने को मजबूर छात्राएं
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रिपोर्टर दर्पण पालीवाल 

नाथद्वारा ।उपली ओडन में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय संख्या 4 में बच्चियों से सफाई करवाने और उन्हें समय पर खाना नहीं देने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। शिक्षा विभाग के एडीसीपी के बाद आज जांच करने के लिए पहुंची सीबीईओ रंजना कोठारी के सामने भी बच्चियों ने हॉस्टल में सफाई करवाने और अन्य अव्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी। इसके बाद सीबीईओ कोठरी ने उच्च अधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंपने की बात कही। जानकारी के अनुसार केजीबीवी टाइप 4 उपली ओडन हॉस्टल में गुरुवार को बच्चियों और उनके परिजनों की शिकायत पर अतिरिक्त जिला परियोजना समंवयक घनश्याम गौड भी पहुंचे थे, जिनके सामने भी बच्चियों ने खुलकर अव्यवस्थाओं की पोल खोली थी। जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश के बाद आज देलवाड़ा मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रंजना कोठारी जांच करने के लिए उपली ओड़न स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय टाइप 4 मैं जांच करने के लिए पहुंची। इसकी सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और बच्चियों के परिजन भी मौके पर जमा हो गए। शिक्षा अधिकारी के सामने बच्चियों ने हॉस्टल में गंदी नालियों की सफाई हॉस्टल की सफाई और किचन में काम करने की बात स्वीकार की। एक बालिका ने तो यहां तक कह दिया कि उन्हें आज ही पता चला है कि हॉस्टल में सफाई के लिए सरकार की ओर से फंड भी मिलता है। बच्चियों से मुलाकात और उनसे संवाद करने के बाद सीबीईओ रंजना कोठारी ने जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपने की बात कही।

जब इस मामले की सारी जानकारी के लिए  प्रधानाचार्य राजकुमारी खटीक से बात की तो उनका कहना था कि आज तक बच्चों ने हमें कभी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं की तो हम इनकी कौन सी सॉल्यूशन सॉल्व करें।

छात्रावास की छात्राओं ने सीबीओ रंजना कोठारी के सामने बालिकाओं ने खुलकर कहा कि जब भी किसी अधिकारी का हॉस्टल निरीक्षण का कार्यक्रम बनता है उसके एक दिन पहले उनसे हॉस्टल की साफ सफाई करवाई जाती है। हमे हॉस्टल का बाथरूम साफ कराया जाता हे,एक बार तो बाथरूम साफ करते हुए एसिड की बॉटल गिर गई जिससे एसिड से हाथ जल गया था ।बालिकाओं का कहना है कि हम यहां पढ़ाई करने आते हे ना की इस परिसर में नालिया साफ करने नही आते है, न ही साफ सफाई या खाना बनाने। साथ ही बालिकाओ ने कहा की हमारा मूल उद्देश पढ़ाई करना हे अभी कुछ ही दिनों में वार्षिक परीक्षा सत्र शूरू हो जायेगा ,अगर ये ही काम करते रहेंगे तो हमारा परीक्षा परिणाम क्या रहेगा ।इस लिए आप से निवेदन हे की हमे पढ़ाई करने दी जाए । और परिसर में सफाई व्यवस्था के लिए सफाई कर्मी लगाया जाए। एक छात्रा ने आरोप लगाया की छात्रावास का स्टाफ हमारे परिजन से अच्छे से व्यवहार नहीं करते हे ,उनका सम्मान नहीं करते । परिजनों का सम्मान उनका ही होता हे जो उनकी बात मानते हे।और जो उनकी बात मानता है तो रसोई में भी अपनी मर्जी से कुछ भी भोजन पका कर खा सकती हे।

इनका कहना

जाँच के लिए शुक्रवार को एडीपीसी ओर शनिवार को सीबीईओ सर आये थे आज में ये पता करने आई हूँ कि अब स्थतियां कैसी है। सबसे पहली स्थिति थी बच्चीयों के भूख की जो मेने देख ली है। खाना बनते भी देखा है ओर स्टाफ को काम करते हुए भी देखा है। मेने बच्चो को खाना पेट भर मिल रहा है के नही मिल रहा है ये भी मेने देखा है । समस्या जो मेने सुनी है और स्थानीय, जिला और राज्य लेवल पर सुल्जाई जा रही है। गरिमा पेटी के लिए बच्चियों ने कहा है कि समस्या लेटर उसमें से गायब कर दिए जाते है उसपर मेने उनको कहा है कि लोक पर चिट चस्पा कर दिया जाएगा
जो समस्या मिलेगी उसको खोल कर तुरंत समाधान कर दिया जाएगा। कार्यवाही की बात पर सीबीईओ ने कहा कि बचों के बोर्ड की परीक्षा है तो कार्यवाही से पहले समस्या का समाधान किया जाएगा, ओर जाँच करके कार्यवाही हेतु उच्च अधिकारी को प्रेषित की जाएगी। नालियां सफाई कराने की बात पर उन्होंने कहा कि इसको रोका जाएगा और सफाई कर्मी के लिए जिलाधिकारी को नियुक्ति के लिए लिखा जाएगा जिससे कि बच्चियां अच्छे से पढ़ाई कर सके।

रंजना कोठारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी

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