पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट का किया भव्य स्वागत
चित्तौड़गढ़। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिव पायलट के कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मानगढ यात्रा में जाने के दौरान अल्प प्रवास पर चित्तौड़गढ शहर के समीपस्थ नरपत की खेड़ी पुलिया पर महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीतू कंवर भाटी व पीसीसी सदस्य आनंदीराम खटीक के नेतृृत्व में सैकड़ों युवा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान हाईवे पर पायलट के पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने आातिशबाजी, ढोल नंगाड़े, डी जे साउण्ड, बैंड बाजों व फूलमालाओं से स्वागत किया। जिसके बाद समीप ही स्थित एक निजी होटल में पायटल ने कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ कुछ देर मंथन किया। जहां उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय से राहुल गांधी की सजा स्थगित करने के बाद प्रथम बार बांसवाड़ा जिले के प्रमुख मानगढ धाम में आयोजित होने वाले भव्य एंव विशाल आदिवासी सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बहाली के बाद पूरे देश के कांग्रेसजनो मंे भारी उत्साह है। पायलट ने कहा कि गांधी परिवार का आदिवासी क्षेत्रों और आदिवासी समाज से काफी पुराना रिश्ता है, जिसके फलस्वरूप न केवल पंडित जवाहरलाल नेहरू बल्कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी भी बांसवाड़ा व मानगढ के प्रति गहरा लगाव रखते रहे है। उन्होंने कहा कि मानगढ यात्रा से सम्पूर्ण आदिवासी समाज का कांग्रेस के प्रति और लगाव बढेगा। पायलट ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एकजुट होकर राजस्थान सहित तेलंगाना, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ सहित अन्य राज्यो मंे पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़कर सरकार बनाएगी।
डबल इंजन की सरकार हर जगह नाकाम
सचिन पायलट ने भाजपा व केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भले ही प्रधानमंत्री मोदी डबल इंजन की सरकार की लगातार वकालात करते रहे हो लेकिन हकीकत यह है कि जहां-जहां भी डबल इंजन की सरकार है, हर जगह नकारा साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की गलत नितियों के चलते जहां एक ओर महंगाई, बेरोजगारी लगातार बढती जा रही है, वही हरियाणा, मणिपुर मेें बढती हिंसा पर केंद्र सरकार कोई कठोर कार्यवाही नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश के संवेदनशील मुद्दो पर लगातार फैल होती जा रही है।
पायलट के स्वागत में भी रही गुटबाजी
आलाकमान की पहल पर उपरी तौर पर भले ही अशोक गहलोत व सचिन पायलट एकजुट बता दिये गये हो लेकिन दोनों ही नेताओं की ओर से जहां राज्य से लेकर संभाग स्तर तक एकजुटता नजर नहीं आ रही है, वही अंदरखाने गुजबाजी इस तरह से बरकरार है कि पायलट के स्वागत कार्यक्रम मंे भी जिले के प्रमुख व पुराने कांग्रेस नेताओं का नदारद रहना चर्चा का विषय रहा। इतना ही नहींे प्रमुख नेताओं से जुडे़ पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी पायलट के स्वागत के लिये नहीं पहुंचे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अब तक कांग्रेस की गुटबाजी बरकरार है।