दियास में घास भैरू की सवारी निकाली- बरसात, रोगों से निजात की लोक देवता से की मनोकामना

गंगापुर सुरेश शर्मा। निकटवर्ती ग्राम दियास में रविवार को समूचे ग्रामीणों द्वारा सुबह बालाजी मंदिर से घास भैरू की सवारी ढोल नगाड़ों के साथ, पूजा अर्चना के बाद निकाली गई। जो गांव के मुख्य मार्गो से होकर समूचे गांव के बाहर भी निकाली गई। घास भैरू की सवारी के दौरान बैलों व ट्रैक्टर का उपयोग किया गया। घास भैरू की सवारी के साथ ग्रामीण गंगाजल, अक्षत, तिलक लेकर समूचे गांव में घास भेरू की सवारी के साथ विधिवत पूजा अर्चना करते हुए चलते रहे। बालाजी हनुमान मंदिर से घास भैरू की सवारी प्रारंभ हुई जो 1 घंटे बाद गांव के चक्कर लगाने के बाद पुणे बालाजी के मंदिर पर पहुंची। जहां घास भैरू की सवारी का समांपन किया गया। घास भेरू लोक देवता होने के कारण समूचे गांव के ग्रामीणों ने सर्वप्रथम पूजा अर्चना की। घास भैरू की सवारी निकालकर ग्रामीणों ने बरसात के साथ ही गांव के मानव, मवेशियों के लिए भी स्वस्थ रहने की मनोकामना की। ग्रामीण नारायण लाल पुरबिया ने बताया कि समूचे गांव में विकट कोरोना काल के दौरान भी इस बिमारी से गांव में किसी की मौत नहीं हुई। यह घास भैरू की कृपा थी। जिसके चलते ग्रामीणों ने अपने लोक देवता घास भैरू की सवारी निकालकर गांव के ग्रामीणों, मवेशियों के स्वास्थ्य की कामना, बरसात की कामना, अच्छे व्यापार व अच्छे समय को लेकर पूजा अर्चना की। और समोसे गांव में सवारी निकाली गई। यह दौरान गांव के रतनलाल खारोल, नारायण लाल गुर्जर, दशरथ सिंह, लक्ष्मी लाल पुरबिया सहित गांव के गणमान्य नागरिक, महिलाएं, बच्चे भी घास भैरू की सवारी के दौरान उपस्थित थे।