हाइवे पर गुरलां स्कूल : विधार्थियो की जान जोखिम में, बनी रहती है दुर्घटना की संभावना

गुरला । गुरला राष्ट्रीय राजमार्ग 758 भीलवाड़ा- राजसमन्द फोरलेन सड़क 2014 से निर्माण शुरू हो कर 2016 में टौल रोड़ चालू हो गया पर हाईवे पर कुछ कमीया लोगों के जीव का जंजाल बन गई जिसमें सबसे बड़ी समस्या गुरलाँ में सर्विस लाइन का अभाव गुरलाँ में सरकारी कार्यालय हाईवे के साथ ही सटे हुए हैं जिसमें ग्राम पंचायत, बालिका स्कूल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कृषि विभाग भवन, चिकित्सालय, पशु चिकित्सालय, आगनवाडी व आबादी क्षेत्र जो खेतों में जाने के लिए भी हाइवे से आते जाते हैं साथ ही पशुओं को भी हाइवे से आतें जातें हैं जिसमें ग्रामीणों को हर समय दुर्घटना की संभावना बनीं रहतीं है
विधालय भवन के साथ ही ग्राम पंचायत चिकित्सालय हाईवे किनारे होने से नन्ने मुन्ने सैकड़ों छात्र छात्राओं व ग्रामीणों को विधालय ,ग्राम पचायत चिकित्सालय आने जाने पर दुर्घटना की संभावना बनीं रहतीं है।
आबादी क्षेत्र होने से हाईवे के साथ गुरलाँ-मांडलगढ रोड़ से सीनियर सेकेंडरी विधालय तक सर्विस रोड़ साथ ही रैलिग व दिशा सूचक बोर्ड की आवश्यकता है
हाईवे के साथ साथ आबादी क्षेत्र होने से दुकानें लौरी, वाहनों को रोड़ पर खड़े होने से आम आदमी को हाइवे पर चलना पड़ता है।
ग्रामीणों ने सीनियर सेकेंडरी स्कूल से मोमी रास्ते गुरलाँ-मांडलगढ रोड तक सर्विस लाइन व लोहे की रैलिग लगवाने की मांग की।