10 साल बाद हरियाणा ने देखी ऐसी ठंड, आज से कोहरा छंटेगा, मिल सकती थोड़ी राहत
हरियाणा में पिछले 16 दिन से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सभी 22 जिलों में मंगलवार को भी लगातार दिन का तापमान सामान्य से छह से सात डिग्री कम रहा। अधिकतर शहरों में धूप के दर्शन नहीं हुए। हरियाणा में 10 साल बाद ऐसी ठंड महसूस की जा रही है। आम तौर पर कोल्ड डे का पीरियड चार से पांच दिन का होता है लेकिन राज्य में 25 दिसंबर से कोल्ड डे और सीवियर कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है। इससे पहले ऐसी स्थिति 2014 में थी, तब लगातार 10 दिन कोल्ड डे दर्ज किया गया था।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खींचड़ ने बताया कि 10 साल बाद ठंड का इतना लंबा पीरियड दर्ज किया गया है। वहीं, मौसम विभाग ने दावा किया है कि बुधवार से कोहरा छंटने लगेगा। इससे दिन में लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि बर्फीली हवाएं चलेंगी। इससे रात में न्यूनतम तापमान में दो डिग्री तक गिरावट आ सकती है।
मौसम विभाग ने 10 जनवरी के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि सिर्फ कुछ ही इलाकों में धुंध छाई रहेगी। उधर ठंड से वाहनों की रफ्तार भी धीमी कर दी है। सौ से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं। धुंध व कोहरे के कारण सड़कों पर भी जाम लगने लगा है। मंगलवार को दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर लंबा जाम लग गया।
अंबाला सबसे ठंडा, दिन व रात के पारे में अंतर काफी कम
दिन और रात के तापमान का अंतर काफी कम रह गया है। उत्तर हरियाणा के शहरों में अंबाला में दिन और रात के तापमान में चार डिग्री सेल्सियस का अंतर है। यही स्थिति दक्षिण हरियाणा में भी बनी हुई है। बुधवार को अंबाला में दिन का तापमान 9.5 डिग्री और न्यूतनम 6.4 डिग्री, हिसार में क्रमश : 12 व 9.2 डिग्री, करनाल में 10.6 व 7.2, महेंद्रगढ़ में 14 व 6 डिग्री, रोहतक में 12.2 व 8.8 डिग्री, भिवानी में 11.7 व 7.2 डिग्री, पंचकूला में 10.7 और न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री दर्ज किया गया।
कोहरे के साथ ओस की फुहार, इसलिए ठंडक ज्यादा महसूस हो रही
चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक एके सिंह ने बताया कि पिछले डेढ़ हफ्ते से इस पूरे रीजन में कोहरा छाया हुआ है। धूप की किरणें सतह तक नहीं पहुंच पा रही है। इस वजह से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं, मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि वर्तमान में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पूर्वी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश व दक्षिणी उत्तर प्रदेश कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। लगातार नमी बढ़ने से कोहरे के घनत्व में फिर से बढ़ोतरी भी हुई है। इन क्षेत्रों में सघन कोहरे के साथ ओस की फुहार भी बरसी।