मंदिर से मूर्तियां हटाकर फैंकी, तीन स्थानों पर की आगजनी, दस घंटे में पुलिस के हत्थे चढ़ गया प्रेम सिंह

भीलवाड़ा बीएचएन। शाहपुरा जिले के जहाजपुर कस्बे में पुलिस थाने के नजदीक मंदिर से मूर्तियां हटाकर फैंकने के साथ ही तीन स्थानों पर आगजनी की घटना से बीती रात कस्बे में दहशत फैल गई। वहीं आधीरात को एक के बाद एक हुई इन घटनाओं से पुलिस भी सकते में आ गई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुये घटना के दस घंटे के भीतर ही इन वारदातों को अंजाम देने वाले युवक प्रेमसिंह मीणा को गिरफ्तार कर लिया।
जहाजपुर पुलिस ने बताया कि जहाजपुर में बीती रात तहसील कार्यालय के नजदीक स्थित भैंरूनाथ मंदिर से पत्थर निर्मित मूर्तियां हटाकर पास ही एक दीवार के पास फैंक दी गई। मंदिर से कुछ दूरी पर कस्बा निवासी दीपकसिंह पुत्र प्रभुलाल दरोगा की चाय की केबीन फूंक दी। इससे केबीन में रखा फ्रीज, 30 कुर्सियां, 10 स्टूल, गल्ले में रखे 13 हजार रुपये नकद जल गये। इससे दीपक सिंह को करीब 90 हजार रुपये का नुकसान हुआ। इतना ही नहीं, जहाजपुर मे भगता की झोपडिया रोड पर जहाजपुर निवासी किशन लाल पुत्र चंदालाल खटीक व शंकर लाल पुत्र नंदलाल खटीक के बाड़े में भी आग लगा दी गई। इससे वहां रखे कैरेट व अन्य सामान जल गये। एक के बाद एक हुई इस घटना से आधी रात को कस्बे में दहशत फैल गई। लोगों ने अथक प्रयास कर आग पर काबू पाया। उधर, जहाजपुर पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए बीटीएस लिये। सदिग्ध मोबाईल नम्बरो की सीडीआर मंगवाकर विश्लेषण किया। आस पास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर सदिग्ध लोगों व आस पास के लोगों से पूछताछ की गई । इससे पता चला कि एक व्यक्ति रात्रि के समय बालाजी मन्दिर के गेट को खोलकर अन्दर जाने का प्रयास कर रहा था। इस व्यक्ति ने सफेद कुर्ता व काला पायजामा पहन रखा था । उक्त व्यक्ति को रात्रि के समय मन्दिर में प्रवेश करने से मना किया तो वह चला गया। पुलिस ने इस हुलिया के अनुसार उक्त संदिग्ध की जानकारी जुटाई तो पता चला कि छाबडिय़ा चारभुजा का निवासी प्रेमराज 30 पुत्र महादेवा मीणा सफेद कलर का कुर्ता व काले रंग का पायजामा पहनकर शाम के समय यहां पर घूम रहा था। इस सुराग के मिलने के बाद प्रेमराज मीणा की तलाश शुरू की गई। ग्राम छाबडिया के खेतो से प्रेमराज को डिटेन किया गया । प्रेमराज के कपड़ो पर मन्दिर की मूर्तियो का सिन्दुर लगा मिला। प्रेमराज से घटना के बारे मे पूछताछ की तो उसने घटना को अंजाम देना कबूल किया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपित से पूछताछ की जा रही है। इस घटना के दस घंटे के बाद ही आरोपित को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी के साथ एएसआई भागचंद (विशेष योगदान), दीवान बृजमोहन, कांस्टेबल काशीराम, रामचन्द्र, आत्माराम, सतवीर, कमलेश शामिल थे।
