अगर संसद में नहीं घुस पाते तो दूसरा प्लान भी था आरोपियों के पास! पूछताछ में खुलासा
संसद की सुरक्षा में चूक मामले के मास्टरमाइंड ललित झा ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि अगर आरोपी संसद में नहीं घुस पाते तो उनके पास प्लान बी भी तैयार था। ललित ने पूछताछ के दौरान बताया कि अगर नीलम और अमोल संसद भवन परिसर में दाखिल नहीं हो पाते तो उन्होंने योजना बनाई थी कि महेश और कैलाश दूसरी दिशा से संसद भवन में दाखिल होने वाले थे।
ये था आरोपियों का प्लान बी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार की रात दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें दो डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस और अतिरिक्त कमिश्नर ऑफ पुलिस शामिल थे, उन्होंने ललित झा से पूछताछ की। इस पूछताछ के दौरान ललित ने संसद में घुसपैठ के पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। ललित ने बताया कि योजना के तहत महेश और कैलाश को गुरुग्राम में विक्की उर्फ विशाल शर्मा के आवास पर पहुंचना था लेकिन दोनों समय से वहां नहीं पहुंच पाए। ऐसे में नीलम और अमोल को ही किसी भी कीमत पर संसद भवन परिसर में पहुंचकर स्मोक कैनिस्टर छोड़ने और नारेबाजी करने की जिम्मेदारी दी गई।
महेश ने की फरारी के दौरान ललित की मदद
ललित ने ये भी बताया कि महेश ही ललित की राजस्थान में छिपने के दौरान मदद करने वाला था। महेश ने ही ललित के लिए गेस्ट हाउस में अपनी आईडी पर कमरा बुक किया था। ललित ने कैलाश और महेश के साथ गेस्ट हाउस से ही संसद में घुसपैठ की खबरों को टीवी पर देखा था। बता दें कि गुरुवार को ललित और महेश ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
13 दिसंबर को हुई थी संसद की सुरक्षा में चूक
बीती 13 दिसंबर को सागर शर्मा और मनोरंजन डी नाम के दो युवकों ने लोकसभा में घुसपैठ की थी। दोनों संसद की विजिटर्स गैलरी में से लोकसभा में कूदे और उन्होंने स्मोक कैनिस्टर्स से लोकसभा में रंगीन धुआं छोड़ा। इस दौरान आरोपी सरकार विरोधी नारेबाजी भी करते रहे। किसी तरह सांसदों और मार्शलों ने आरोपियों को काबू किया। वहीं संसद भवन परिसर में भी ऐसी ही घटना हुई, जहां अमोल और नीलम ने स्मोक कैनिस्टर से रंगीन धुआं छोड़ा और नारेबाजी की। चारों को संसद से ही गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की मदद करने वाले विक्की को भी गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं घटना के मास्टरमाइंड ललित झा ने अपने एक अन्य साथी महेश के साथ गुरुवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।