गले में खराश और फीवर हैं तो तुरंत करा लें चेकअप, हो सकती है ये बीमारी

सर्दियों की शुरुआत में लोग जुकाम, खांसी और बुखार से परेशान रहते हैं. इस मौसम में कई लोगों को गले की खराश की शिकायत भी रहती हैं. अगर आपके शरीर में भी ऐसे कुछ लक्षण दिखाई दें तो इन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए. कोरोना, फ्लू, वायरल और स्वाइन फ्लू के भी यही लक्षण होते हैं. इसलिए बिना लापरवाही बरते आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. आपकी जरा सी लापरवाही जान को खतरे में डाल सकती है. जानिए फीवर और गले में खराश होना कौन सी बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं.
कोरोना के लक्षण
भारत और कई अन्य देशों में कोरोना के दो नए वैरिएंट सामने आए हैं. ये ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट हैं. जिनका नाम BA.5.1.7 और BF.7 है. इन्हें काफी संक्रामक वैरिएंट माना जा रहा है. इनमें लोगों को कुछ इस तरह की परेशानियां हो रही हैं.
- गले में खराश
- बुखार आना
- सीने में दर्द
- सुनने में परेशानी
- कपकपी आना
- स्मैल में बदलाव
- नाक बहना
- लगातार खांसी आना
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू भी एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो एक दूसरे से फैलता है. हालांकि भारत में स्वाइन फ्लू पर कंट्रोल पा लिया गया है लेकिन फिर भी आपको सावधान रहने की जरूरत है. स्वाइन फ्लू के ये हैं लक्षण.
- बुखार आना
- खांसी आना
- गले में दर्द और खराश
- नाक बंद या बहना
- शरीर में दर्द
- चक्कर आना
- डायरिया और उल्टी
सीजनल फ्लू के लक्षण
गले में खराश और बुखार आना सीजनल फ्लू के लक्षण भी हो सकते हैं. फ्लू में खांसी, जुकाम, बदन दर्द, सिर दर्द और नाक बहने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
वायरल के लक्षण
अगर आपको बहुत थकान और पूरे शरीर में दर्द है और बुखार भी आ रहा है तो ये वायरल के भी लक्षण हो सकते हैं. इसमें गले में खराश और खांसी होना भी आम है. वायरल में तेज और सर्दी लगकर भी बुखार आता है. कई बार त्वचा पर रैशेज भी हो सकते हैं. अपने लक्षणों के मुताबिक डॉक्टर से मिलें और सही समय पर इलाज जरूर शुरू करें. इन्हें इग्नोर करने से बाद में बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है.
