जरूरत से ज्यादा धुआं देने लगे आपकी कार, तो तुरंत करें ये काम
ईंधन से चलने वाले वाहन का एक निश्चित अनुपात में धुआं देना मशीन की एक सामान्य प्रक्रिया है. लेकिन जब ये जरूरत से ज्यादा हो, तब ये मशीन में कुछ गड़बड़ी का संकेत है और आपके लिए इशारा है. इससे पहले कि इंजन ज्यादा ख़राब हो आप कार मैकेनिक को दिखा लें. इंजन ज्यादा धुआं क्यों देता है, इसके कुछ कारण हम आपको बताने जा रहे हैं.
मिक्स्ड फ्यूल
अगर आपका वाहन अचानक ज्यादा धुआं देने लगे तो मिलावटी ईंधन भी इसकी एक वजह हो सकता है. फिर चाहे आपने ही ज्यादा माइलेज के चक्कर में किसी के कहने पर कुछ मिलाया हो या धोखे से फ्यूल लेते समय आपको कहीं मिलावटी फ्यूल दे दिया गया हो, क्योंकि अकसर इस तरह की ख़बरें सुनने को मिलती रहतीं है.
इंजन में खराबी
कोई भी वाहन तब ज्यादा धुआं देने लगता है जब उस वाहन का इंजन, ईंधन को पूरी प्रयोग नहीं कर पा रहा हो और ऐसा तभी होगा जब इंजन में कोई खराबी आ गयी हो. इसका सीधा असर आपके वाहन के माइलेज पर पड़ता है. इसलिए ऐसा कुछ होते ही आपको अपना तुरंत मैकेनिक को दिखाना चाहिए. ताकि आगे होने वाले संभावित नुकसान से बचा जा सके.
इंजन की ट्यूनिंग में गड़बड़ी
कभी-कभी वाहन के ज्यादा धुआं देने का कारण इंजन की ट्यूनिंग में गड़बड़ी भी हो सकती है. ऐसा होने से इंजन में तय मात्रा में जाने वाला ईंधन कम या ज्यादा मात्रा में जाता. जिसके कारण धुआं या अन्य कोई समस्या हो सकती है. अगर फ्यूल की मात्रा ज्यादा होगी तो वाहन धुआं देने लगेगा और प्रदूषण भी अधिक होगा. इससे आपके वाहन पर जुर्माना भी किया जा सकता है.
साइलेंसर के कनवर्टर में गड़बड़ी
ईंधन से चलने वाले वाहन में साइलेंसर होता है. जिससे वाहन का धुआं बाहर निकलता है. इसके अंदर एक कनवर्टर नाम का एक उपकरण होता है, जिसमें सिलिकॉन की रॉड का प्रयोग किया जाता है. इसके ख़राब होने पर भी वाहन से धुआं ज्यादा मात्रा में बाहर निकलने लगता है.