जिस भारतवर्ष में नारी को देवी का दर्जा दिया जाता है, उसी पर राजस्थान में होता है अत्याचार-आक्या
चित्तौड़गढ़। सम्पूर्ण भारतवर्ष में नारी को देवी का रूप मानकर उसे पूजा जाता है। आगामी 15 अक्टूबर से नवरात्रा आरम्भ होगी जिसमें भी नो दिनो तक देवी के विभिन्न रूपों की पूजा होगी। लेकिन राजस्थान में कांग्रेस राज में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचारो व हैवानियत ने तो हद ही पार कर दी हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नही रह गई है। प्रतापगढ़ के घंटाली में दो बहनो की मौत ने कांग्रेस राज में महिलाओ की स्थिति बयां कर दी। विधायक चंद्रभानसिंह आक्या विधानसभा क्षैत्र चित्तौडगढ़ की ग्राम पंचायत कश्मोर में विधायक मद व अन्य मदो से निर्मित दो करोड़ के विकास कार्याे के लोकार्पण अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित कर रहे थे। सभा स्थल पर विधायक आक्या को सुनने के लिये समूची ग्राम पंचायत क्षैत्र के लोग बड़ी तादाद में उमड़े। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिला वंदन अधिनियम के माध्यम से देश की महिलाओ को समकक्ष का दर्जा दे रहे है, इसके उलट राजस्थान में महिलाओ पर दिन प्रतिदिन अत्याचार बढ़ते ही जा रहे है। राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार की कथनी ओर करनी को भलीभांति समझ चुकी है और कुछ दिवस पश्चात होने वाले विधानसभा चुनावो में भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनाने को प्रतिबद्ध है। लोकार्पण के क्रम में ग्राम पंचायत कश्मोर क्षैत्र के ग्राम कश्मोर, पावटिया, नरपत की खेड़ी, गणेशपुरा में डीएमएफटी मद से 15 लाख की लागत से सड़क व नाला निर्माण कार्य, 40 लाख की लागत से विभिन्न विद्यालयो में विकास कार्य, गौरवपथ में 50 लाख की लागत से गांवो में सड़क निर्माण कार्य कराए गए। इसी प्रकार 28 लाख की लागत से सड़क व नाला निर्माण कार्य, 17 लाख की लागत से 3 खुला बरामदा निर्माण, व 7 लाख की लागत से जल व्यवस्था के कार्य व अन्य विकास कार्याे सहित कुल दो करोड़ की राशि के कार्याे के लोकार्पण किये गये। लोकार्पण कार्याे की अध्यक्षता लक्ष्मणसिंह खोर ने की। विशिष्ट अतिथि राजु सुखवाल, दिनेश शर्मा, प्रधान देवेन्द्र कंवर, प्रवीणसिंह राठौड़, कैलाश जाट, लाला गुर्जर, शिवराजसिंह, रतनलाल सुथार, भंवरसिंह खरड़ी बावड़ी, रतन डांगी व रोशन देवी अहीर थे। इस अवसर पर लेहरू जाट व लादू जाट ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। कार्यक्रम में देवीलाल जाट, हीरा लाल जाट, माधु जाट, दुर्गा शंकर चौबीसा, दिनेश जाट, प्रहलाद जाट, नारायण जाट, दिनेश जाट, गोपाल सेन, सत्यनारायण सालवी, मनीष भट्ट, जगदीश पारीक, शंभु लाल जाट, पुष्कर चौबीसा, कन्हैया लाल चौबीसा, मोहन पालीवाल, कमलेश गर्ग, लादू जाट, भेरू लाल जाट, विनोद जाट, प्रभु लाल, रमेश धनेत, मांगी लाल, गोवर्धन सुथार, नारायण तेली, जमना लाल, शंकरलाल पावटिया, गमेर तेली, नीरज पारीक, राधेश्याम पारीक, लक्ष्मण बंजारा, हीरा लाल बंजारा, गोपी लाल सुथार, रामजी चौबीसा, कालू धनेत सहित बड़ी संख्या में वार्डपंच, कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित थे।