महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य को लेकर दस दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ
पिपलिया । राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से जिला मंदसौर के मल्हारगढ़ ब्लॉक के बही में सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक योगेंद्र सैनी ने कहा कि रोजगारन्मुखी कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से जिले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की क्षमता निर्माण को विकसित कर उन्हें स्वावलंबन की ओर बढ़ावा दिया जा रहा है और ग्रामीण समृद्धि के उद्देश्य को आत्मसात करते हुए नाबार्ड ग्रामीण लोगों के लिए स्थायी आजीविका का सृजन करने हेतु निरंतर प्रयासरत है।
मंदसौर सुख समृद्धि वेलफेयर सोसायटी "संकल्पित मंदसौर" के संस्थापक अध्यक्ष दिलीप धनराज गुप्ता ने कहा कि महिला समूह के लिए गौ संरक्षण सेवा की प्रतिबद्धता स्वरूप गोमय उत्पादों के निर्माण प्रशिक्षण के लिये शिविर का आयोजन किया जा रहा है। मंदसौर जिले के गौ उत्पाद पूरे देश में अग्रणी रूप से विक्रय हो इसके लिए संकल्पित मंदसौर के साथ-साथ गाय आधारित उद्योगों का वैश्विक परिसंघ जीसीसीआई सदैव तत्पर रहेगा।
कार्यशाला के प्रशिक्षक पंडित चेतन शर्मा ने कहा कि गाय का दूध स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक है, बैलों से खेती, आवागमन के साधन एवं माल वाहन और गोमूत्र से खाद, कीटनाशक एवं औषिधिय उपयोग तथा भूमि की उत्पादकता बढ़ाने हेतु गोबर खाद ही उत्तम है। गौ आधारित कृषि को ग्राम स्वालंबन के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। उन्होंने गौ की महिमा मंडित करते हुए गाय को माता का स्थान दिया। गाय को धर्म में इस तरह गूंथ दिया की भारत के उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम क्षेत्र में अनेक धार्मिक मत-मतांतरों के होते हुए भी गाय को सभी ने पूज्यनीय माना।
कार्यशाला के दूसरे प्रशिक्षक अर्जुन पाटीदार ने प्रशिक्षण में गौ आधारित दीपक, स्वस्तिक, ॐ एवम धूप बत्ती, गाय के गोबर से जैविक खाद, कम्पोस्ट जैविक, गौ मूत्र से कीट नाशक निर्माण की जानकारी दी।
इस अवसर पर संस्था के सचिव प्रांजल गुप्ता ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को गौ उत्पाद उद्यमी गतिविधि में दस दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान समस्त प्रशिक्षणार्थियों को अधिक प्रेरित करने के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण सामग्री का वितरण भी किया गया।
कार्यशाला का संचालन मास्टर ट्रेनर लखन बैरागी ने किया।