गंगापुर निवासी अग्रवाल के गीतांजलि ग्रुप और बिल्डर ज्ञानचंद अग्रवाल के 34 ठिकानों पर आयकर छापेमारी, राजस्थान,एमपी,कर्नाटक में रेड

भीलवाडा/जयपुर।जयपुर के नारायण विहार में प्लॉट काटने वाले चर्चित बिल्डर ज्ञानचंद अग्रवाल और मूलतः गंगापुर निवासी जेपी अग्रवाल के उदयपुर के गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एंड ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के साथ ही उनके साझेदारों, सहयागियों के 34 ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीमों ने राजस्थान, मध्यप्रदेश और कर्नाटक तीन राज्यों में एक साथ गुरूवार सुबह से छापेमार कार्रवाई की है। जयपुर में 12, उदयपुर में 13, मध्यप्रदेश के जबलपुर के पास 6 और कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में 3 ठिकानों पर छापे डाले गए हैं। जानकारी के मुताबिक गीतांजलि ग्रुप के साथ मिलकर ज्ञानचंद अग्रवाल जयपुर में हॉस्पिटल का निर्माण कार्य करवा रहे हैं। इस जुड़ाव में बड़ी मात्रा में काला धन लगने, कैश में रुपयों का लेन देन होने और सम्पत्ति की खरीद फरोख्त में आर्थिक गड़बड़ियों की शिकायतों के बाद ज्ञानचंद अग्रवाल और उनके पार्टनर्स के यहां भी छापेमारी की गई है।
ज्ञानचंद अग्रवाल के खिलाफ पहले से दर्जनों केस पुलिस में दर्ज
ज्ञानचंद अग्रवाल श्री सालासर ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड, शिवम कॉलोनाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड के अलावा पिंकिसिटी हाई-लैंड रीयलकॉन प्राइवेट लिमिटेड और वंडरलैंड प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड जैसी फर्मों से जुड़े हैं। जयपुर में नारायण विहार समेत कई कॉलोनियों से ज्ञानचंद अग्रवाल जुड़े हैं। ज्ञानचंद के खिलाफ जमीन के पट्टे काटने और धोखाधड़ी को लेकर मानसरोवर थाने में भी दर्जनों केस हैं। तीन से ज्यादा बार पहले भी वह गिरफ्तार हो चुका है। आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि उदयपुर बेस्ड गीतांजलि समूह और जयपुर के कॉलोनाइजर ज्ञानचंद अग्रवाल ने बड़ी राशि का कैश में लेनदेन किया है। जयपुर में ज्ञानचंद अग्रवाल के त्रिवेणी नगर में नारायण निवास, गंगा जमुना पेट्रोल पम्प के पास टावर में स्थित सालासर बिल्डर ऑफिस और नारायण विहार कार्यालय समेत कई ठिकानों पर सर्च चल रहा है।
गीतांजलि ग्रुप के खिलाफ मेडिकल, माइनिंग, प्रॉपर्टी कारोबार में आयकर चोरी की शिकायतें
गीतांजलि ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के चेयरमैन और मूल तक भीलवाड़ा जिले के गंगापुर कस्बे के निवासी जेपी अग्रवाल और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अंकित अग्रवाल हैं। जो गीतांजलि के नाम से मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, डेंटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, कॉलेज और फिजियोथैरेपी, इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, कॉलेज एंड स्कूल ऑफ नर्सिंग, हॉस्पिटल चलाते हैं। गीतांजलि ग्रुप का एमपी के जबलपुर में माइनिंग कारोबार भी बताया जा रहा है। बेंगलुरू में भी गीतांजलि ग्रुप के इंस्टीट्यूट्स और कर्नाटक में खनन से जुड़े कारोबार बताए जा रहे हैं। गीतांजलि ग्रुप के खिलाफ भी फीस और अन्य शुल्क में कैश लेने और टैक्स जमा नहीं कराने, खातों में इनका जिक्र नहीं करने जैसी गड़बड़ियों की सूचना है। आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि दोनों समूहों से करोड़ों रुपए की काली कमाई उजागर होने की सम्भावना है। इनके ठिकानों से बड़ी मात्रा में नकदी, लेन-देन का कच्चा हिसाब और दस्तावेज, पेन ड्राइव,हार्ड ड्राइव मिले हैं। जिनकी पड़ताल की जा रही है।
करोड़ों की ब्लैक मनी हो सकती है उजागर
सूत्र बताते हैं पिछले काफी समय से आयकर विभाग को इन दोनों कारोबारी समूहों के कारोबार में ब्लैक मनी लगी होने, इनकम टैक्स की चोरी, प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त में आर्थिक गड़बड़ियां, नकल लेन देन, भारी मात्रा में प्रॉपर्टी और बाजार में निवेश, पर्चियों के जरिए कारोबार चलाने जैसी सूचनाएं थीं। जिसका वेरिफिकेशन किया गया। उसके बाद तीन राज्यों में पहले से तय किए जा चुके ठिकानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाकर छापेमारी शुरू की गई। विभाग को उम्मीद है कि करोड़ों रुपए की ब्लैक मनी इस छापेमारी में उजागर हो सकती है।