मौसमी बीमारियों से बढ रही रोगियों की भीड़ बन रही ंिचंता का विषय
चित्तौड़गढ़। इस वर्ष अब तक अपेक्षानुरूप वर्षा नहीं होने के साथ ही बढती मौसमी बीमारियों के प्रकोप के चलते जिला चिकित्सालय सहित अन्य चिकित्सा संस्थानों में रोगियों की बढती भीड़ चिंता का विषय बनी हुई है। जिला चिकित्सालय के आउटडोर के चिकित्सक कक्षों के बाहर वायरल बुखार, चर्म रोग, मच्छर जनित रोगों से ग्रस्त रोगियों की लम्बी-लम्बी कतारे लग रही है। वहीं वार्डो में भी रोगियों की बढती संख्या के कारण रोगियों के लिये बैड कम पड़ने पर फर्श पर सुलाकर उपचार किया जा रहा है। कमोबेश ऐसे ही हालात महिला एंव बाल चिकित्सालय के भी है, जहां नवजात शिशुओं से लेकर बच्चों एंव महिला रोगियों की खासी भीड़ देखने को मिल रही है। इस चिकित्सालय में बच्चों को पेटदर्द, उल्टी जैसी बिमारी की चपेट मंे आने से वार्डो मंे उपचार किया जा रहा है। इतना ही नही निजी चिकित्सकों के घर पर भी रोगियों की खासी भीड़ लग रही है। ऐसे मंे जिला एंव चिकित्सालय प्रशासन द्वारा रोगों की रोकथाम के लिये सतत प्रयास करने की आवश्यकता है। मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मौसमी बीमारियांे की रोकथाम एंव मच्छर जनित रोगों पर नियंत्रण के लिये कागजी आदेश तो जारी कर दिये गये है, लेकिन शहरी क्षेत्र मंे ही मच्छरांे से बचाव के लिये फोगिंग जैसी कार्यवाही भी नहीं हो पा रही है। ऐसी स्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों मंे फैल रही बीमारियों से बचाव के लिये तो केवल कल्पना ही की जा सकती है।