भारत ने रूस से खरीदा 10 माह में सबसे महंगा तेल, स्पाइसजेट को 446 करोड़ रुपये का घाटा
सस्ते दाम पर कच्चा तेल खरीदने वाला भारत अब रूस से महंगे भाव पर क्रूड खरीद रहा है। अक्तूबर में भारत ने 84.20 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर कच्चा तेल खरीदा है। दिसंबर, 2022 के बाद 10 महीने में सबसे ज्यादा है। सितंबर में क्रूड का भाव 81.24 डॉलर प्रति बैरल था।
हालांकि, यह इराक से 85.97 डॉलर और सऊदी अरब से 98.77 डॉलर प्रति बैरल की दर से खरीदे तेल से फिर भी सस्ता है। ओपेक देशों ने रूसी तेल पर 60 डॉलर प्रति बैरल की सीमा लगाई है।
औद्योगिक उत्पादन 16 माह के उच्च स्तर पर
औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर अक्तूबर, 2023 में बढ़कर 16 महीने के उच्चस्तर 11.7 फीसदी पर पहुंच गई। विनिर्माण, खनन एवं बिजली क्षेत्रों के शानदार प्रदर्शन से यह तेजी देखने को मिली है। एक साल पहले की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 4.1 फीसदी की गिरावट रही थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इससे पहले जून, 2022 में आईआईपी में सर्वाधिक 12.6 फीसदी तेजी दर्ज की गई थी। आंकड़ों के मुताबिक, अक्तूबर में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 10.4 फीसदी बढ़ा। एक साल पहले की समान अवधि में इसमें 5.8 फीसदी की गिरावट रही थी।
खनन क्षेत्र की वृद्धि दर 13.1 फीसदी रही, जबकि एक साल पहली की समान अवधि में यह 2.6 फीसदी रही थी। बिजली क्षेत्र में 20.4 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों यानी अप्रैल-अक्तूबर अवधि में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 6.9 फीसदी पर पहुंच गई। पिछले साल की समान अवधि में यह 5.3 फीसदी रही थी।
कोल इंडिया: निवेश 7.6 फीसदी बढ़ा
कोल इंडिया का निवेश चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में 7.6 फीसदी बढ़कर 10,492 करोड़ पहुंच गया। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को बताया, एक साल पहले यह 9,751 करोड़ रुपये था। घरेलू कोयला उत्पादन में इसका हिस्सा 80 फीसदी है।
स्पाइसजेट को 446 करोड़ रुपये का घाटा
स्पाइसजेट को सितंबर तिमाही में 446 करोड़ का घाटा हुआ है। एक साल पहले 830 करोड़ का घाटा हुआ था। इस दौरान राजस्व 27 फीसदी गिरकर 1,429 करोड़ रहा। उधर, कंपनी के बोर्ड ने शेयरों के जरिये 2,250 करोड़ जुटाने को मंजूरी दे दी है।
फॉक्सवैगन जनवरी से 2% बढ़ाएगी दाम
फॉक्सवैगन एक जनवरी से कारों की कीमतों में दो फीसदी बढ़ोतरी करेगी। कंपनी ने मंगलवार को बताया कि लागत बढ़ने से उसे दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं। उधर, स्कोडा ने भी एक जनवरी से अपने वाहनों की कीमतें 2 फीसदी बढ़ाने की घोषणा की है।