सबसे संक्रमित टॉप-3 देशों में फिर आया भारत, क्या यह चौथी लहर की आहट?
देशभर में एक बार फिर कोरोना की रफ्तार बढ़ गई है. जिसको लेकर केंद्र सरकार की तरफ से कई तरह की गाइडलाइन जारी की जा रही है. इस बीच अब सरकार ने बड़ा फैसला किया है. जिसके मुताबिक केंद्र सरकार अब फार्मा कंपनियों से कोविड-19 वैक्सीन नहीं खरीदेगी. बुधवार को केंद्र सरकार के शीर्ष सूत्रों ने इंडिया टुडे/आजतक को बताया कि सरकार ने सामान्य लोगों को वैक्सीन की तीसरी और चौथी डोज नहीं लेने की सलाह दी है.
सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना का मौजूदा सब-वैरिएंट XBB.1.16 ज्यादा खतरनाक नहीं है और इससे लोगों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है. केवल बीमार और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को इससे खतरा हो सकता है. इसलिए सरकार ने फैसला किया है कि किसी भी वैक्सीन को अब खरीदने की जरूरत नहीं है. इसके साथ ही महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से खुद वैक्सीन खरीदने के लिए कहा गया है. वैक्सीन की तीसरी डोज सिर्फ बीमार या 60 वर्ष से अधिक आयु वालों को लेने की सलाह दी गई है.
बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल 16 जनवरी को देशव्यापी वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया था. जिसके तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की मदद करने के लिए मुफ्त में कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराई थी. लेकिन मंत्रालय ने 2022-23 के बजट में टीकाकरण के लिए आवंटित बजट में से 4,237 करोड़ रुपये यानी कुल आवंटित बजट का 85 प्रतिशत पैसा वित्त मंत्रालय को वापस कर दिया था. मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रव्यापी कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान के तहत देश में अब तक 220.66 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं.