राजकीय किशोर एवं सम्प्रेषण गृह का किया निरीक्षण
चितौड़गढ़। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बालगृहों का निरीक्षण करने के आदेशों की पालना में जिला एवं सेशन न्यायाधीश ओमी पुरोहित के निर्देशानुसार प्राधिकरण सचिव भानु कुमार द्वारा मंगलवार को राजकीय किशोर एवं सम्प्रेक्षण गृह का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विधि से संघर्षरत् 07 बालक ंपाये गये तथा शिशुगृह में एक गुमशुदा बच्चा मौजूद था। निरीक्षण के दौरान राजकीय किशोर एवं सम्प्रेषण गृह में बालकों से वहां की व्यवस्थाओं एवं दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली गई। खाना, साफ-सफाई, पीने के लिए स्वच्छ पानी आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। संप्रेक्षण गृह में सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के उच्च कोटि के मानदण्ड अपनाये जाने के लिए वहां के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। वहां मौजूद बच्चों को अच्छे साहित्य की पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित भी किया गया। अधीक्षक चन्द्र प्रकाश जीनगर ने बताया कि बच्चों को प्रतिदिन योगा, मेडिटेशन व अपराध को छोड़कर अच्छे आचरण अपनाने की शिक्षा प्रदान की जाती है। काउन्सलर सन्तोष टेलर ने बताया कि प्रतिदिन बच्चों से काउन्सलिंग की जाती है। सचिव भानु कुमार द्वारा विधि से संघर्षरत बालको की जमानत आवेदन लगवाने हेतु भी निर्देशित किया। शिशुगृह में एक गुमशुदा बालक पाया गया जिसके माता पिता की तलाश करने हेतु आस पास के संबंधित थाना, बाल कल्याण समिति, आदि समस्त हितधारकों से सम्पर्क कर नियमानुसार बच्चें को उसके माता पिता के पास भिजवाने हेतु निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान, किशोर न्याय बोर्ड की प्रिसींपल रजनी कुमावत, बाल कल्याण समिति अध्यक्षा प्रियंका पालीवाल, अधीक्षक चन्द्र प्रकाश जीनगर, सदस्य सीमा भारती, सम्पत धाकड़, मंजु चौधरी व रितेश गारू आदि उपस्थित थे।