आध्यात्मिक कल्याण महापदयात्रा में उमड़ा श्रृद्धा का सैलाब

आध्यात्मिक कल्याण महापदयात्रा में उमड़ा श्रृद्धा का सैलाब
X


चित्तौड़गढ़। श्री कल्लाजी वेदपीठ एंव शोध संस्थान द्वारा आयोजित अष्टोदश कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य मंे रविवार को कल्याण नगरी  निम्बाहेड़ा से चित्तौड़ दुर्ग तक आयोजित आध्यात्मिक कल्याण महापदयात्रा में उमड़े श्रृद्धा के सैलाब मंे भीषण गर्मी के दौर में भी अपने आराध्य के प्रति श्रृद्धालुओं की अगाध श्रृद्धा को प्रकट करने मंे कोई कोर कसर नहीं रखी। लगभग 35 किलोमीटर की इस पदयात्रा में 8 से 80 वर्ष तक के बालक-बालिकाएं, युवां, वीर-वीरांगनाएं, शक्ति गु्रप की बालिकाएं, कृष्णा शक्तिदल की माता बहने व हजारांे की संख्या मंे कल्याण भक्त शामिल हुए।
जगह-जगह हुआ आत्मिक स्वागत व रथ पूूजन
आध्यात्मिक कल्याण पदयात्रा के ठाकुर जी के मंदिर से रवानगी के साथ ही जे के चौराहा पर कैलाश खटीक, वंडर चौराहा, चेतक इंटर प्राइजेज, भावलियां, शारदा पेट्रोल पम्प पर विपुल शारदा, फलौदी गुड्स ट्रांसपोर्ट, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना द्वारा सर्वोदय माइनिंग सर्विसेज, भावलिया में नीमत लाल मेनारिया व परिवार, शंभुपुरा में बजरंग मित्र मंडल, श्याम मित्र मंडल, शारदा रोड़ लाईंस, चेतक टोलवेज, भाटिया एण्ड संस, बालाजी पेंट्स, अम्बामाता सेवा समिति निम्बाहेड़ा, कोठारी परिवार बस्सी, महेश ईनाणी, हुंडई शोरूम सहित कई स्थानों पर विभिन्न धार्मिक एंव सामाजिक संगठनों द्वारा पदायात्रियों का स्वागत करते हुए ठाकुर जी के रथ की पूजा अर्चना की। पदयात्रियों का शहर मंे ठहराव शहीद पार्क मंे रहा, जहां अल्पाहार के दौरान शशी रंजन तिवारी, के जी सोनी, राधेश्याम भट्ट, रामचंद्र तिवारी, शेखर शर्मा ने ठाकुर जी के रथ की पूजा अर्चना की। यहां से निकाली गई शोभायात्रा आरओबी से कलेक्ट्रेट चौराहा पहुंची, जहां भारतीय पत्रकार संघ के पदाधिकरियों द्वारा, पशुपालन विभाग, पुलिस कोतवाली, बाहेती परिवार, अरबर कॉपरेटिव बैंक, न्यू क्लॉथ मार्केट समिति, मीरा मशीनरी मार्ट, आपकी दुकान, श्री जोगणिया ज्वेलर्स द्वारा पदयात्रियों का स्वागत के साथ पुष्प वर्षा कर ठाकुर जी की पूजा अर्चना की गई। यहां से शोभायात्रा सुभाष चौक, सदर बाजार, मिठाई बाजार, लक्ष्मीनाथ मंदिर होते हुए जब पाडन पोल पहुंची तो महावीर जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष डॉ आई एम सेठिया के नेतृत्व मंे सुधीर जैन, एवंत मेहता, एवंत सेठिया, सौरभ भड़कत्या, कमलेश सिंघवी, संजय भड़कत्या, वंदन वजीरानी, नीतेश जैन, विशाल सरूपरिया, आशीष कोठारी, हर्ष जैन आदि ने पुष्प वर्षा की।
दुर्गराज का चरण-पूजन
कल्याण महाकुंभ के तहत निकाली गई आध्यात्मिक पदयात्रा के मुख्य उद्देश्य के रूप में दुर्गराज के चरण-पूजन का भव्य आयोजन पाडन पोल पर किया गया, जहां वैदिक विधान के अनुसार पूजा अर्चना कर मेवाड़ की आन-बान व शान के लिये प्राण न्यौछावर करने वाले वीर-वीरांगनाओं को भाव पूर्ण पुष्पाजंलि अर्पित की गई। अपनी प्रकार के इस अनूठे आयोजन को विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, डॉ सेठिया सहित कई गणमान्य लोगों एंव जनप्रतिनिधियों ने अविश्वसनीय व अकल्पनीय बताते हुए कहा कि वेदपीठ का यह प्रयास सर्व समाज के लिये अनुकरणीय है। 
जन-जन के आराध्य कल्लाजी व जयमल जी की पूजा अर्चना
पाडन पोल पर बाघ सिंह जी की पूजा के बाद पदयात्रियों की भारी भीड़ दुर्ग मार्ग स्थित वीरवर कल्लाजी एंव जयमल जी की छतरी पर पहुंची, जहां जन-जन के आराध्य ठाकुर जी की वेदपीठ की ओर से न्यासियों, पदाधिकारियों एंव कल्याण भक्तों द्वारा विशेष पूजा अर्चना की गई। वहीं ठाकुर जी की छतरी की ओर से पुजारी सत्यनारायण वैष्णव, नारायण शर्मा, विष्णु शर्मा, प्रेम प्रकाश, शशीरंजन, कुलदीप तिवारी सहित कई भक्तांे ने ठाकुर जी के रथ की पूजा अर्चना कर स्वंय को धन्य किया। पाडन पोल से ठाकुर जी की छतरी तक केसरिया बाना पहने वीर-वीरांगनाएं, बटुक एंव आचार्यो की कतारबद्ध चढाई ने मेवाड़ कालीन चतुरांगिनी सेना के दृश्य को साकार कर दिया। 
शक्ति व भक्ति की धरा बनी कल्याण भक्ति की साक्षी
कल्याण महापदयात्रा के दौरान न केवल पूरे मार्ग मंे वरन् शहर तथा पाडन पोल से कल्लाजी की छतरी तक जोश के साथ लगे जय श्री कल्याण के नारों से शक्ति व भक्ति की धरा कल्याण भक्ति की साक्षी बन गई, वही हनुमान चालिसा पाठ व रामनाम के जाप से श्रृद्धालुओं ने वातावरण को राममयी बनाने में भी कोई कोर कसर नहीं रखी।
सराहनीय योगदान के लिये आभार
कल्याण महापदयात्रा के दौरान विशेष रूप से पुलिस का जाप्ता पग-पग पर तैनात रहा, वही सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही वीर-वीरांगनाओं ने भी भीषण गर्मी के दौर में चलने वाले भक्तों के लिये हर 500 मीटर पर शीतल पेयजल की व्यवस्था की। वहीं विभिन्न धार्मिक एंव सामाजिक संगठनों ने भी इस आयोजन को सफल बनाने में हर संभव योगदान किया। जिसके लिये कल्लाजी वेदपीठ एंव कल्लाजी मंदिर न्यास की ओर से प्रत्यक्ष एंव अप्रत्यक्ष योगदान करने वालों के प्रति आत्मिक आभार प्रकट किया गया।
 

Next Story