नरसिंहपुरा के तंदूर कांड की यह है कहानी या फिर..! खुलासा जांच के बाद ही हो सकेगा?

नरसिंहपुरा के तंदूर कांड की यह है कहानी या फिर..! खुलासा जांच के बाद ही हो सकेगा?
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भीलवाड़ा (हलचल )जिले के कोटड़ी थाना अंतर्गत नरसिंहपुरा में 15 वर्षीय बालिका से देखकर हत्या के मामले अभी कई प्रश्न अनसुलझे हैं , जगन ने घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों नहीं परिजनों को गुमराह किया और देर रात लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसे भट्टी में झोंक दिया। मिट्टी से हाथ की हड्डी तो मिली लेकिन सबसे मजबूत माने जाने वाली खोपड़ी का अभी तक पता नहीं चल पाया है से लेकर भाजपा ने सवाल उठाया है कि कहीं लाश को के टुकड़ों में बांट कर ठिकाने लगाने का प्रयास तो नहीं किया गया।

कोटडी थाना अंतर्गत नरसीपुरा ग्राम की 15 वर्षीय बालिका सुबह अपनी मां के साथ बकरियां लेकर खेत पर गई थी लेकिन मैं किसी काम से आगे निकल गई रोजमर्रा की तरह बालिका दोपहर तक घर नहीं पहुंची तो उसकी तलाश शुरू की गई लेकिन शाम तक पता नहीं लगा मृत बालिका की मां ने भाजपा की जयपुर से आई टीम जानकारी दी कि शाम 4:00 बजे रोजमर्रा की तरह बकरियां घर पहुंची और कालबेलिया जाति के युवक भी वहां आया और छाछ लेकर आम दिनों की तरह चला गया।

तंदूर कितना भट्टी में जलाई गई बालिका की मां ने रोते हुए बताया कि वह शाम को अपने पुत्र के साथ बेटी की तलाश में खेत पर गई जहां कोयला बनाने वाली एक भी भट्टी नहीं चल रही थी और वहां मौजूद कालबेलिया जाति गई लोगों से पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने आज उनकी बेटी को नहीं देखा है और बाद में वह भी उसे ढूंढने साथ निकल पड़े अंधेरा ढलता गया और मां की बेचैनी बढ़ती गई जब बेटी का पता नहीं लगा तो परिजन आधार कार्ड लेकर कोटड़ी थाने पहुंचे जहां उनसे बालिका की उम्र का प्रमाण पत्र किसी के रूप में मांगा गया रिपोर्ट दर्ज नहीं की और नहीं तलाशी के लिए कोई पहल की गई थक हार कर परिजन फिर 15 किलोमीटर दूर अपने गांव पहुंचे। जामुन एक बार फिर तलाश शुरू की गांव और घरों में पूछताछ करने के बाद फिर खेत की ओर गए तो उन्हें कोयला बनाने वाली एक भट्टी जलते नजर आई। उस पर मृतिका के भाई और माने भट्टी के पास जाकर देखा तो वहां दुर्गंध उन्हें महसूस हुई तब भ्रम भट्टी मैं तलाश की तो उन्हें एक हड्डी मिली और फिर लापता बालिका का कड़ा उस समय वहां भट्टी चलाने वाले एक दो लोग मौजूद थे तब किसी तरह युवक ने गांव में जानकारी दी और कुछ ही देर बाद वह बड़ी संख्या में लोग पहुंचे जिन्होंने कालबेलिया जाति के लोगों को पकड़ा और पुलिस को सूचना दी उत्तक रात के 12:00 बज चुके थे कोटडी थाने से बाइक पर दो पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और उन्होंने भट्टी की तलाश की तो उसमें कुछ और हड्डियां मिली पूरी रात बीत गई और सुबह थाना प्रभारी और बाद में पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे मौके से फरार हो चुके 2 लोगों को पास के गांव से पकड़ा गया और पूछताछ के लिए थाने ले गए।

भाजपा नेताओं और पत्रकारों को मां ने बताया कि अगर पुलिस जागरूक होती तुम उनकी बेटी आज जिंदा होती है उसकी लाश समय मिल जाती घटना का पूरा पता भी लगता।

बालिका की हत्या के पीछे दुष्कर्म रहा है या और कोई कारण यह तो विस्तृत पुलिस जांच के बाद ही खुलासा हो सकेगा लेकिन पुलिस की कार्यशैली पर लग रहे अपराधियों की गिरफ्तारी से ही साफ हो पाएंगे।

वही हत्या की इस घटना में कई और पेच भी है। सभापति राकेश पाठक ने एक सवाल उठाया है कि जब भट्टी में से हाथ की हड्डी मिल सकती है तो खोपड़ी क्यों नहीं पुलिस को खोपड़ी नहीं मिली जबकि अंतिम संस्कार के बाद भी खोपड़ी के अवशेष पाए जाते है। लेकिन भट्टी में इस तरह के अवशेष नहीं मिले उन्होंने आशंका जताई कि दुष्कर्म के बाद बालिका के शरीर के टुकड़े किए गए और उन्हें ठिकाने लगाने के लिए अलग-अलग स्थान पर छुपाए गए हो या ठिकाने लगाए गए हो पुलिस को इस मामले में भी गहन पड़ताल करनी चाहिए।

भाजपा के आरोपों और संभावना की सच्चाई तो पुलिस जांच और अपराधियों से पूछताछ के बाद ही सामने आ सकेगी लेकिन अभी तो पुलिस कटघरे में खड़ी नजर आ रही है

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