घर जाने का वक्त हो गया है के साथ ही बन्द हो जाता है कम्प्यूटर !
घर जाने का वक्त हो गया है अलर्ट के 10 मिनट बाद कंप्यूटर सोते ही बंद हो जाता है और कर्मचारियों को छुट्टी मिल जाती है शायद यह देश का पहला संस्थान होगा जहां इस तरह की व्यवस्था है यही नहीं घर जाने के बाद कंपनी मैं कभी फोन करती है ना कभी ईमेल भेजती है ताकि कर्मचारी परिवार के साथ जुड़ा रहे और समय बिता सके।वर्क लाइफ बैलेंस के लिए इंदौर की एक कंपनी ने ऐसी पहल की है जो हर जगह चर्चा का विषय बनी हुई है। इसे कर्मचारियों के जीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से किया गया है। वर्क लाइफ बैलेंस एक ऐसा विषय है जिस पर आजकल हर जगह चर्चा सुनने को मिल रही है। इस पर बातें तो बहुत हो रही हैं लेकिन इसे अमल में लाना बहुत मुश्किल होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इंदौर के एक स्टार्टअप ने कर्मचारियों के लिए वर्क लाइफ बैलेंस बनाने का बेहतर उदाहरण पेश किया है। स्टार्टअप के इस प्रयोग को सोशल मीडिया पर भी काफी सराहा जा रहा है। सॉफ्टग्रिड कम्प्यूटर्स नाम के इस स्टार्टअप ने एक ऐसा सॉप्टवेयर बनाया है जो काम के घंटे पूरे होते ही कर्मचारियों के कम्प्यूटर्स को बंद कर देता है। 10 मिनट पहले कर्मचारी को वॉर्निंग मैसेज आता है और इसके बाद कम्प्यूटर बंद हो जाता है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि कर्मचारी समय पर काम पूरा करें और समय से ही अपने घर चले जाएं। इससे वे खुद को और परिवार को पूरा समय दे सकें। एचआर प्रोफेशनल्स तन्वी खंडेलवाल ने अपनी लिंक्डइन प्रोफाइल पर एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा है कि यह कोई प्रमोशनल मैसेज नहीं है। यह हमारी कंपनी का सच है। हमारी कंपनी कर्मचारियों के लिए वर्क लाइफ बैलेंस को सपोर्ट करती है। काम के तय घंटे के बाद हमारी कंपनी में कम्प्यूटर्स पर एक वॉर्निंग मैसेज आता है और फिर वह बंद हो जाता है। तन्वी ने इस पोस्ट के साथ कम्प्यूटर की तस्वीर भी शेयर की है।
ऑफिस से जाने के बाद फोन, ईमेल भी नहीं भेजती कंपनी
तन्वी ने यह भी बताया है कि कंपनी काम के समय के बाद में कर्मचारियों को ईमेल भी नहीं भेजती और उन्हें कॉल भी नहीं किए जाते। इससे वे अपना समय पूरी तरह से खुद को और परिवार को दे पाते हैं। तन्वी की इस पोस्ट को लिंक्डइन पर तीन लाख 47 हजार लोगों ने लाइक किया है।