जाड़ावत का टिकट संशय में, बाहरी प्रत्याशी का पुरजोर विरोध
चित्तौड़गढ़। कांग्रेस के कद्दावर नेता सुरेंद्र सिंह जाड़ावत के टिकट पर संशय होने से अब कांग्रेस के खेमे भी निराशा के बादल छाने लगे है, जिसके चलते जाड़ावत समर्थक अब सड़क पर उतरने की तैयारी में है। आलाकमान द्वारा लगातार टिकट पर मंथन के चलते अब तक फाईनल नहीं करने के साथ ही जाड़ावत के टिकट कटने की संभावना के मद्देनजर 4800 पदाधिकारियों ने अपने इस्तिफे आलाकमान तक पहुंचाये है। गुरूवार को कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभापति संदीप शर्मा, वरिष्ठ नेता प्रेम प्रकाश मूंदड़ा, नगर अध्यक्ष अनिल सोनी, ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम जाट, आजाद पालीवाल, मोहन सिंह भाटी सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। बैठक को सम्बोधित करते हुए सभापति शर्मा ने कहा कि पंचायत व ग्राम पंचायत स्तर पर इस्तिफे सौंपने का क्रम जारी है। उन्होंने कहा कि टिकट नहीं घोषित करने व बाहरी व्यक्ति का नाम आने से समर्थको में आक्रोश फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि बाहरी व्यक्ति जो 2013 मंे पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ चुका है, जिसे कभी यहा की जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी। बूथ के कार्यकर्ताओं की भावना सिर्फ जाड़ावत के साथ है। ऐसें मंे शुक्रवार को शहर के दीपक गार्डन में 11 बजे विधानसभा क्षेत्र के पदाधिकारियों व बूथ कार्यकर्ताओं को एकत्रित होकर कार्यकर्ताओं की भावनाओं को आलाकमान तक पहुचाया जाएगा। वरिष्ठ नेता मूूंदड़ा ने कहा कि पार्टी से निष्कासित व्यक्ति को टिकट देना आमजन की भावना के साथ कुठाराघात करना होगा। विक्रम जाट ने कहा कि पार्टी का भविष्य दाव पर लगा हुआ है, ऐसे में आलाकमान द्वारा जाड़ावत को टिकट नहीं देने तक संघर्ष जारी रखना होगा। अनिल सोनी ने कहा कि दो दिनों में पार्टी में भूचाल आ गया, ऐसे में कांग्रेस के अस्तित्व को बचाने के लिये एकजुट होकर आलाकमान तक आवाज पहुचानी होगी।