हिन्दुस्तान जिं़क के ऊंची उड़ान से साकार हुआ जगदीश के इंजीनियर बनने का सपना

हिन्दुस्तान जिं़क के ऊंची उड़ान से साकार हुआ जगदीश के इंजीनियर बनने का सपना
X


चित्तौड़गढ़। तीन साल की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के बाद, जगदीश को जब देश के शीर्ष सरकारी इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक, नेश्नल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कुरुक्षेत्र में दाखिला मिला तो उनकी मेहनत की खुशी जगदीश के माता पिता के चेहरे पर साफ झलक रही थी। जगदीश ने 4 वर्ष पहले मैकेनिकल इंजीनियर बनने की ओर अपना पहला कदम रखा तो उसे इस सपने को पूरा करने के लिये कदम से कदम मिलाया हिन्दुस्तान जिं़क के सीएसआर कार्यक्रम की ‘ऊंची उड़ान‘ परियोजना ने। 2023 में इंजरियरिंग का पहला वर्ष पूरा करने के बाद जब जगदीश अपने गांव बोदियाना आये तो उन्होंने अपने गांव के दूसरे छात्रों का भी उत्साहवर्धन कर उन्हें हिन्दुस्तान जिं़क की ‘ऊंची उड़ान‘ योजना से जुड़ने के लिये प्रेरित किया। जगदीश ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि ऊंची उड़ान का हिस्सा बनने से पहले उन्हें इंजीनियरिंग और जेईई मैन्स और एडवांस परीक्षा के बारे में कुछ भी पता नहीं था। वह बताते हैं कि, मेरे माता-पिता हमेशा सपना देखते थे कि मैं कुछ ऐसा करूं जिससे मैं जीवन में आगे बढ़ सकूं और उनकी सेवा हो सके, क्योंकि उनका काम बहुत कठिन है, खेती के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। जगदीश ने अन्य छात्रों को ऊंची उड़ान कार्यक्रम के अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि यू तो उसे विज्ञान का अध्ययन करना शुरू से अच्छा लगता था, लेकिन मार्गदर्शन और आगे का मार्ग आसान नही था, हिन्दुस्तान जिं़क के ऊँची उड़ान कार्यक्रम से जुड़ने के बाद यह अधिक रूचिकर और आसान हो गया जहां, शिक्षक बहुत अच्छे थे जिन्होंने मुश्किल को आसान करने के लिये शिक्षा की हर शंका का समाधान किया। कक्षा 9 में जब जगदीश ने ऊंची उड़ान कार्यक्रम के बारे में जानकारी मिलने पर इसकी प्रवेश परीक्षा दी जिसमें उसका चयन हो गया। हालाँकि शुरू में उनका परिवार उनके घर से इतनी दूर रहने से डरता था, लेकिन उन्हें जल्द ही एहसास हुआ कि उन्हें एक बड़ा अवसर मिल रहा है। अपने प्रयास में सफल होने के बाद जगदीश “पहले दिन से पढ़ाई शुरू करने और इस कार्यक्रम से मिले अवसर का लाभ लेने के साथ ही अपने लक्ष्य को कड़ी मेहनत और लगन से प्राप्त करने के लिये जुट कर अपने सपनों को ऊँची उड़ान देने की बात कहते हैं। ऊँची उड़ान हिंदुस्तान जिंक सीएसआर की एक प्रमुख परियोजना है, जिसे विद्या भवन सोसाइटी और रेजोनेंस एडुवेंचर्स द्वारा कार्यान्वित किया गया है। यह एक आवासीय स्कूली शिक्षा सुविधा है जहाँ राजकीय विद्यालय में अध्ययनरत प्रतिभाशाली छात्रों का चयन लिखित परीक्षा द्वारा कक्षा 9 से 12 तक के लिये किया जाता है। देश की सबसे कठिन इंजीनियरिंग परीक्षाओं की तैयारी के लिये पूर्ण स्कूली शिक्षा और कोचिंग सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। जगदीश इस कार्यक्रम के चौथे बैच के 40 छात्रों में से एक हैं, और उन्होंने उदयपुर में रहकर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक शिक्षा और अतिरिक्त सहायता दोनों प्राप्त की।
 

Next Story