सुविख्यात कृष्णधाम सांवलियाजी में जलझूलनी मेले का हुआ शुभारम्भ
चित्तौडग़ढ़। सुविख्यात कृष्णधाम सांवलियाजी में रविवार दोपहर में भगवान श्री सांवलिया सेठ एवं बाल गोपाल की पूजा अर्चना कर अभ्यास शोभायात्रा आरंभ हुई। इसी के साथ तीन दिवसीय जलझुलनी एकादशी मेले का शुभारंभ हुआ। दोपहर में मंदिर परिसर में सांवलियाजी वैदिक विद्यालय के आचार्य एवं बटुकों द्वारा गणपति वंदना व मंत्रोच्चार के मध्य शंखनाद करते हुए विशाल मेले का शुभारंभ किया गया।
मंदिर में पुजारी द्वारा भगवान श्री सांवलिया सेठ के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ उत्थापन झांकी में ओसरा पुजारी व अन्य पुजारियों ने भगवान के बाल स्वरूप को पारंपरिक पूजा अर्चना के बाद छोटे बेवाण में विराजित किया, जिसके बाद शंखनाद और श्रद्धालुओं के जयकारों के मध्य छोटे बेवाण को लाकर काष्ठ रथ में स्थापित किया।
मंदिर मंडल के अध्यक्ष भेरू लाल गुर्जर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी व एडीएम अभिषेक गोयल, बोर्ड सदस्य श्री लाल पाटीदार, ममतेश शर्मा, भेरूलाल सोनी, अशोक शर्मा एवं संजय मंडोवरा ने सांवलिया सेठ को नमन कर अगवानी की, उपस्थित कस्बावासियों और श्रद्धालुओं ने पुष्पों व गुलाल की बौछार के साथ भगवान के बालस्वरूप का अभिनन्दन किया। इसी के साथ रथ को दक्षिणी द्वार से बाहर निकाला गया जिस पर पर गुलाल उडाने व नाचने गाने का क्रम शुरू हो गया। शोभायात्रा में सबसे आगे ध्वज, उटों पर नक्कारखाना, हाथी, घोडे चल रहे थे। सांवलिया बैंड व बरसों से मेले में आ रहे सुभाष बेंड की धुन पर श्रद्धालु नाच रहे थे। हनुमानजी सांवलियाजी और विभिन्न प्रकार की झांकियों तथा विशेष बैंड वाली शोभायात्रा पारम्परिक मार्ग से गुजरते हुए रात आठ बजे मुख्य मंदिर पहुंची, जिसकी अगवानी भव्य आतिशबाजी के रंगीन नजारों से की गई। इधर मेला क्षैत्र में जगह जगह लगे एलसीडी डिस्पले पर भी निरंतर सांवलियाजी के दर्शनों के साथ ही मेला गतिविधियों व कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण हो रहा है।
मेले पर किया विशेष श्रंगार
जलझुलनी मेले पर कृष्णधाम में सांवलियाजी की विशेष झांकी सजाई गई, जिसमें पुजारी अमित एवं विशाल वैष्णव ने भगवान सांवलियाजी को गंगाजल से स्नान करवा कर पारम्परिक से हटकर नये अन्दाज में भगवान को श्रंगार कराया । गले में मोतीयों की माला तथा भाल पर केसर चंदन का विशेष तिलक लगाया। सुगंधित द्रव्य अर्पित किये गये तथा गृर्भगृह के अन्दर व द्वार पर पुष्प गुच्छों व गुब्बारों से सज्जा की गई व फूलों की बंदनवार सजाई गई।
मेले के लिए सजी दुकानें, लगे झूले
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए पार्किंग स्थल पर विभिन्न प्रकार के झूले, चकरी आदि लग गए हैं, जिनमें लोग झूलने का आनंद ले रहे हैं. वहीं पर मेले के विभिन्न क्षेत्रों में मनिहारी, खिलौनों, तस्वीरों सहित खाने पीने की भांति भांति की दुकानें भी सज गई है।
कानून व्यवस्था के लिए तैनात अधिकारी
मेले में कानून व्यवस्था की दृष्टि से मेला मजिस्ट्रेट भदेसर उपखंड, मोनिका सामर, डीवाईएसपी नरपतसिंह, भदेसर तहसीलदार गुणवंत माली, थाना प्रभारी रविन्द्र सेन सहित अन्य अधिकारी लगातार तैनात रहकर व्यवस्थाएं कर रहे हैं।
रविवार रात्रि के कार्यक्रम
रविवार को रात्रि में रेफरल चिकित्सालय के पास मण्डफिया बाईपास स्टेज पर अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें प्रसिद्ध कवि हरिओम पंवार, विनीत चौहान, शंभू शिखर, संजय झाला, पूनम वर्मा, भुवन मोहिनी सहित विभिन्न कवि गणों ने अपनी काव्य रचनाएं प्रस्तुत करेंगे।
इसके साथ ही मेला ग्राउण्ड मीरा रंगमंच एवं गोवर्धन रंगमंच स्टेज पर भजन संध्या एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें द्वारका मंत्री और उनके दल द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति दी जाएगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में तारक मेहता फेम अब्दुल यानी शरद शांकला, जूनियर शशि कपूर और बच्चा यादव फेम कीकू शारदा ने अपनी प्रस्तुति देंगे। मेले में बरखा सिंह और उनके ग्रुप द्वारा नृत्य नाटिका तथा दूसरे ग्राउंड पर राजस्थानी लोक कलाकार और उनकी टीम द्वारा लंगा नृत्य किया जाएगा।
चांदी के रथ में मुख्य रथ यात्रा सोमवार को, हेलिकॉप्टर से होगी शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा, कैलाश खेर की भजन संध्या
मेले के दूसरे दिन सोमवार को दोपहर में हर वर्ष की भांति विशाल रथयात्रा के द्वारा भगवान को सरोवर में स्नान करवाया जाएगा। रथ यात्रा में ढोल, ताशा, वादन प्रस्तुति और महाराष्ट्रीयन घंटी वादन की भव्य प्रस्तुति होगी। इसके पश्चात रात्रि में मेला ग्राउंड, मीरा रंगमंच और गोवर्धन रंगमंच पर विशाल भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इनमे बॉलीवुड सिंगर कैलाश खेर अपने कैलासा बैंड के साथ लाइव प्रस्तुति देंगे। साथ ही, बृजवासी ब्रदर्स और हार्मोनी ऑफ पाइन्स हिमाचल पुलिस बैंड की भी प्रस्तुति होगी। रात को एक बजे भजन संध्या में कौशल्या रामावत मय दल द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति होगी। इसी दिन सुबह 11 बजे मंदिर शिखर पर हेलीकॉप्टर द्वारा गुलाब की पुष्प वर्षा भी की जाएगी।