250 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहीं जेट स्ट्रीम हवाएं, अगले पांच दिनों तक होगा गलन का कहर
मौसम विभाग के मुताबिक भारत के ज्यादातर राज्यों में सबसे ज्यादा ठंड पड़ने का अनुमान लगाया गया। इस वजह से न सिर्फ दिन बल्कि रात के तापमान में भी तेजी से गिरावट दर्ज हो सकती है। विभाग के मुताबिक 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ये जेट स्ट्रीम हवाएं अगले पांच दिनों तक समुद्र तल से 12 किलोमीटर ऊपर बहती रहेंगी। जिसका सीधा असर मैदानी भागों में पड़ेगा...
अगले पांच दिनों तक सबसे ठंडी हवाएं और गलन का कहर पड़ने वाला है। हवाओं की रफ्तार 140 समुद्री मील यानी तकरीबन 250 किमी प्रति घंटे की रफ्तार रहने वाली है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में समुद्र तल से तकरीबन 12 किलोमीटर ऊपर तेज गति से चल रहीं जेट स्ट्रीम हवाओं का असर मैदानी इलाकों में सबसे ज्यादा ठंडे दिनों के तौर पर होने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक भारत के ज्यादातर राज्यों में सबसे ज्यादा ठंड पड़ने का अनुमान लगाया गया। इस वजह से न सिर्फ दिन बल्कि रात के तापमान में भी तेजी से गिरावट दर्ज हो सकती है। विभाग के मुताबिक 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ये जेट स्ट्रीम हवाएं अगले पांच दिनों तक समुद्र तल से 12 किलोमीटर ऊपर बहती रहेंगी। जिसका सीधा असर मैदानी भागों में पड़ेगा।
विभाग के वैज्ञानिकों की मानें, तो समुद्र तल से तकरीबन बारह किलोमीटर ऊपर इस वक्त तकरीबन 140 से 160 समुद्री मील (ढाई सौ से पौने तीन सौ किलोमीटर) प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं बह रही हैं। मौसम विभाग के वैज्ञानिक दिवेश पटेल कहते हैं कि जेट स्ट्रीम हवाओं के चलते मैदानी इलाकों में ठंड बढ़नी शुरू हो जाएगी। उनका कहना है कि भारत खासतौर से मैदानी इलाकों में इसकी वजह से न सिर्फ गलन बढ़ेगी, बल्कि जेट स्ट्रीम हवाओं के लगातार बने रहने से न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है। जबकि दिन में चलने वाली ठंडी हवाओं से गलन बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक बुधवार से लेकर रविवार तक यह जेट स्ट्रीम हवाएं इसी गति से वायुमंडल में बहती रहेंगी, जिसका सीधा-सीधा असर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर पड़ता रहेगा। जिसमें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में पड़ेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक जेट स्ट्रीम हवाओं का असर पहाड़ी इलाकों पर भी पड़ने वाला है। अनुमान के मुताबिक ऊपरी हिस्से में बर्फबारी और मध्य हिमालय के निचले हिस्से में बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसमें जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश समेत उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा समेत बंगाल के कुछ हिस्सों में भी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले पांच दिनों तक इन इलाकों में खासतौर से बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में बारिश के चलते कुछ कुछ हिस्सों में मौसम साफ भी बना रह सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट दर्ज हो सकती है। जबकि अधिकतम तापमान में भी इतने ही तापमान की गिरावट दर्ज होने का अनुमान है। जबकि अधिकतम तापमान उन इलाकों में कम होगा, जहां पर ठंडी हवाएं अपना असर दिखाएंगी। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अभी लगातार कोहरा बना रहेगा। विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले तीन दिनों के भीतर दिन के वक्त तो उतना कोहरा नहीं होगा, लेकिन सुबह और रात में यह कोहरा बढ़ेगा। इसमें पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत बिहार के कुछ हिस्सों में कोहरे का यह ट्रेंड देखा जा सकता है। मौसम विभाग में राष्ट्रीय राजमार्ग संचालन से जुड़ी सरकारी एजेंसियों से कोहरे के इस ट्रेंड को लेकर जानकारियां साझा की हैं। ताकि राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों को लेकर एडवाइजरी जारी की जा सके।