धार्मिक नगरी नाथद्वारा में केके गुप्ता ने पढ़ाया स्वच्छता का पाठ
राजसमन्द (राव दिलीप सिंह) उदयपुर संभाग की प्रमुख धार्मिक नगरी और जिले के उपखंड नाथद्वारा में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) राजस्थान सरकार के प्रदेश समन्वयक केके गुप्ता द्वारा समस्त उपखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली गई। जिसमें स्वच्छ भारत मिशन पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। बैठक के प्रारंभ में नाथद्वारा विधायक विश्वेंद्र सिंह मेवाड़ द्वारा केके गुप्ता को श्रीनाथजी भगवान की तस्वीर भेंट करके स्वागत अभिनंदन किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि, किसी भी निकाय का प्रथम दायित्व होता है कि वहां स्थित धार्मिक स्थल और पर्यटक स्थलों को स्वच्छ और सुंदर रखा जाए क्योंकि, वहां पर श्रद्धालु और पर्यटक सर्वाधिक आते हैं और यदि ऐसे स्थान पर गंदगी और कचरा पड़ा रहेगा तो वहां आने वाले लोग भी उसे क्षेत्र के संबंध में नकारात्मक छवि लेकर जाएंगे। इससे न सिर्फ उसे क्षेत्र की साख भी साथ प्रभावित होती है। आज कई निकायो मे यह देखा जा रहा है कि लिगसी वेस्ट निस्तारण का कार्य भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। उसे भ्रष्टाचार से मुक्त कर उसे पर ईमानदारी से कार्य करना चाहिए तथा फैली हुई गंदगी को साफ कर शहर में फैलने वाली बीमारियों से शहर को मुक्त बनाने मे दिशा मे कार्य करना चाहिए।
उन्होने कहा कि, नाथद्वारा धर्म की नगरी है यहां लाखों टूरिस्ट दर्शन करने आते हैं जो की आस्था का एक बहुत बड़ा केंद्र है ऐसे में इसे स्वच्छ रखना नगर पालिका के हर कर्मचारी का दायित्व के साथ-साथ कर्तव्य भी है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सबसे पहले 100 प्रतिशत घरों से कचरा उठाने चाहिए। कचरा गीला और सुख अलग-अलग उठाना चाहिए। कचरा समयबद्धता से उठाना चाहिए और 365 दिन उठना चाहिए। जिसकी मॉनिटरिंग जीपीएस सिस्टम से नियमित होनी चाहिए। देरी से या कचरा नहीं उठाने पर पेनल्टी का क्लोज होना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए यहां यह बात ध्यान देने योग्य है कि जब भी कचरा उठाने वाले टेंडर किया जाए उनका टाइम पीरियड 2 साल से ज्यादा ना हो तथा उसमें फाइनेंशली इफेक्ट करने वाली कंडीशनें नहीं होनी चाहिए कचरा उठाना गिला सुखा अलग-अलग उठाना नियमित 365 दिन उठाना समय की पाबंदी होना तथा गीले कचरे का डिस्पोजल करना यूजर चार्ज कलेक्ट करना आईसी की एक्टिविटीज करना समस्त कार्य उसकी कंडीशन में होने चाहिए तथा हर कंडीशन पर खड़ा नहीं उतरने पर पेनल्टी एवं एक नियत समय बाद टेंडर निरस्त करने के अधिकार भी उसमें सम्मिलित होने चाहिए क्योंकि यह स्वच्छ भारत मिशन का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है अगर इसे ईमानदारी से किया जाए तो शहर को निश्चित रूप से स्वच्छ बनाया जा सकता है टेंडर में किसी भी प्रकार का घोटाला या मिली भक्ति नहीं होनी चाहिए अथवा अपने मिलने वाले को टेंडर देने अथवा अनुचित लाभ देने की दृष्टि से टेंडर की कंडीशन नहीं डालनी चाहिए।
उन्होने कहा कि सडक़ों पर अगर कोई भी लावारिस जानवर घूम रहा हो तो उसे तत्काल काईन हाउस में ले जाकर छोड़ा जाये और ऐसा करने वाले पशु मालिका पर दंड व जुर्माना भी लगाना चाहिए। प्लास्टिक उपयोग रोकथाम के लिए हर घर में प्लास्टिक घर होना चाहिए। जहां पर वह काम में नहीं आने वाले प्लास्टिक को कलेक्शन करें तथा एक या दो माह में एक बार उस प्लास्टिक को किसी भी व्यक्ति के द्वारा उठाने की व्यवस्था करनी चाहिए तथा प्लास्टिक के बदले में उसे कुछ राशि देनी चाहिए। रात्रिाकालीन सफाई निहायत आवश्यक है। दुकानों के आगे लगे होल्डिंग बैनर सभी हटना चाहिए। सडक़ पर या खुले में कचरा डालने वाले के दंड प्रक्रिया होनी चाहिए। नाइट स्पीपिंग कमर्शियल एरिया में होनी चाहिए। बिजली के पोलों पर लाइट बंद होने पर दंड व इनाम की प्रक्रिया शहर में जाएंगे। होल्डिंग लगे होने चाहिए जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि यह धर्म की नगरी एवं पवित्र स्थान है यहां गंदगी फैलाकर गंदगी नहीं फैलाएं। शहर में जहां भी खाली प्लॉट है जो गंदगी का सबसे बड़ा कारण होते हैं उनमें प्लॉट मालिक के खिलाफ पेनेल्टी लगाये एवं पेनल्टी लगाने के बाद भी सफाई न करने पर उचित कार्रवाई भी की जानी चाहिए। लिगसी वेस्ट को साफ रखना तथा उसका डिस्पोजल भी तुरंत करना चाहिए। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सर्वेक्षण पॉर्टल पर डाटा अपलोड के लिए स्थानीय स्तर पर कर्मचारी रखकर यह कार्य पूरी दक्षता के साथ करना चाहिए। नगर मे स्थित सार्वजनिक टॉयलेटों की सफाई नियमित रूप से दिन में चार बार तथा स्कूलों के टॉयलेट भी नगर पालिका द्वारा नियमित साफ़ किए जाने चाहिए।
गुप्ता ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के यशस्वी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का स्वच्छ भारत मिशन के प्रति एक विजन है और इसको साकार करना निकाय के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों का दायित्व है। दोनों ही सरकार इस विषय पर बहुत गंभीरता के साथ कार्य कर रही हैं जिसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही और कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का विषय प्रत्येक जनमानस के सा थ जुड़ा हुआ है और हमारे प्रदेश का प्रत्येक निकाय स्वच्छ और सुंदर रहेगा तो वहां निवास करने वाले लोग भी स्वस्थ रहेंगे।