बच्चों का ऐसा रखें रुटीन, बुखार आने पर जल्दी हो जाए रिकवरी

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By - Bhilwara Halchal |13 Aug 2022 1:53 PM IST
छोटे बच्चे को बुखार आना पेरेंट्स को तो परेशान करता ही है खुद बच्चा भी कमजोर और चिड़चिड़ा हो जाता है. बुखार आने पर 2-3 दिन अगर बच्चे के रुटीन में नियम रखेंगे और समय-समय पर डॉक्टर की सलाह के मुताबिक दवायें देंगे तो रिकवरी बहुत जल्दी होगी. बच्चे का फीवर ठीक करने के लिये कैसा उसका खान-पान रखें और कैसा उसका रुटीन रखें जिससे बीमारी न बढ़े. इसलिये आपके लिये कुछ बातों का जानना जरूरी है.
- सुबह बच्चे को खाली पेट ना रखें, अगर उठते के साथ ही बच्चे का खाने का मन नहीं तो उसे चाय में डिप करके आटा बिस्किट या टोस्ट दे सकते हैं.
- ब्रेकफास्ट ब्रेड, ओट्स की बजाय दूध-दलिया या उसकी पसंद का होममेड फूड या परांठा खिलायें
- ब्रेकफास्ट के बाद उसे दिन में कोई फ्रूट खिलायें . केला, संतरा, कीवी अवॉइड करें और सेब, पपीता, पेयर जैसे फल खिलायें
- लंच में बच्चे को दाल, रोटी, सब्जी या कोई फ्रेश घर का बना खाना खिलायें. बुखार होने पर दही रायता या ठंडा सलाद ना खिलायें
- अगर बच्चा नहीं भी सोता तो लंच के बाद उसे जरूर सुलायें. बुखार में बच्चे की एनर्जी लो रहती है और अगर दिन में नहीं सोता तो वो शाम को सो सकता है और फिर शाम को सोने पर रात को लेट सोयेगा इसलिये दिन में ही सुला दें.
- शाम के वक्त बच्चे को गुनगुना दूध पिलायें. अगर बच्चा पी सकता है तो उसके मिल्क में एक पिंच हल्दी डाल दें.शाम को फ्रूट की बजाय मखाना, टमाटर सूप या कोई होममेड स्नैक्स खिलायें.
- डिनर बच्चे को बहुत हैवी ना करायें और रोटी सब्जी या कोई घर का बना ताजा खाना खिलायें. टाइम-टू-टाइम बच्चे को दवा खिलायें और बच्चे को खाने में खट्टा, ठंडा और प्रिजर्वेटिव वाला खाना ना दें
- बच्चे को तेज फीवर ना होने दें अगर फिर भी तेज फीवर हो जाये तो ठंडे पानी की पट्टी की बजाय नॉर्मल पानी की पट्टी रखें
- बच्चे की डाइट में लिक्विड शामिल करें उसे नारियल पानी, मिल्क, फ्रेश जूस दे सकते हैं लेकिन कोई भी लिक्विड ठंडा बिल्कुल ना दें
- बच्चे को थोड़ा गुनगुने पानी से नहलाने में भी कोई परेशानी नहीं. बच्चा भी नहाकर फ्रेश फील करता है.
इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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