मार्गशीर्ष अमावस्या पर इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो आएंगी मुसीबतें

मार्गशीर्ष अमावस्या 23 को है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन कुछ खास कार्य करने की मनाही है. अमावस्या के नियमों का पालन न करने वालों को अशुभ फल की प्राप्ति होती है.

अमावस्या तिथि को पितृ कर्म के लिए उपयुक्त माना गया है. इस दिन पूजन सामग्री खरीदना अच्छा नहीं माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार अमावस्या को पूर्णता पूवर्जों को याद करने का दिन माना गया है.

वैसे तो किसी भी दिन वृक्षों को काटना उचित नहीं है लेकिन अमावस्या के दिन भूलकर भी पीपल, नीम या बरगद के पेड़ को नुकसान न पहुंचाएं. ऐसा करने पर पितृदोष लगता है. जातक को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से हानि होती है.

अमावस्या तिथि पर गलती से भी किसी बुजुर्ग, बेसहारा व्यक्ति, गरीबों का अपमान न करें. इससे पितृदोष लगता है. जीवन संकटों से घिर जाता है.

मार्गशीर्ष अमावस्या पर अगर कोई जरुरतमंदो व्यक्ति, असहाय, निर्बल व्यक्ति आपके द्वारे आए तो उसे खाली हाथ न लौटएं. क्षमता अनुसार कुछ दान जरूर करें. ऐसा न करने पर पितर नाराज हो जाते हैं.

शास्त्रों के अनुसार अमावस्या के दिन नकारात्मक शक्तियां का प्रभाव तेज होता है. ऐसे में इस दिन सुनसान रास्तों पर जाने से बचें. कमजोर इच्छाशक्ति के लोगों को इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

अमावस्या के दिन व्रत और श्राद्ध कर्म करने वालों को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. इससे जप-तप का फल नहीं मिलता.

अमावस्या के दिन कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना शुभ फलदायी नहीं होता.
