बरूंदनी वेद विद्यालय में चित्तौड़ के महंत चंद्र भारती महाराज ने आचार्यों सहित 175 बटूकों को बांटे ऊनी कंबल मकर सक्रांति का बताया महत्व

आकोला रमेश चंद्र डiड | हजारेश्वर महादेव चित्तौड़गढ़ के महंत चंद्र भारती महाराज ने मकर सक्रांति पर्व को लेकर मुनिकुल ब्रह्मचार्याश्रम वेद संस्थानम् संस्कृत विद्यालय बरूंदनी में आचार्यों सहित 175 बटूकों को ऊनी कम्बल वितरित किए गए। इस दौरान हिसार (हरियाणा) के यजमान नीतीश सूरा मोनिका चौधरी डॉ राकेश व सुमन भी मौजूद थे।इस अवसर पर चंद्र भारती महाराज ने मकर सक्रांति का महत्व बताते हुए इस दिन सूर्य और शनि के मिलाप पर होने वाले प्रभाव की जानकारी दी। मकर सक्रांति पर दिए जाने वाले दान के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इस दिन काले उड़द चावल गेहूं आदि का दान करना चाहिए तथा खिचड़ी का सेवन किया जाना चाहिए उन्होंने बताया कि भगमा पहन लेने से संत नहीं हो जाते संत को अपनी न सोच कर गरीब विद्यार्थियों की मदद करनी चाहिए ऐसा यदि सभी संत सोच ले तो अपना देश पुनः सोने की चिड़िया बन सकता है। संत को धन का परिग्रह नहीं करना चाहिए तथा उसे बांटना चाहिए। ब्राह्मणों के साथ-साथ कोई भी गरीब व्यक्ति है उसे भोजन वस्त्र दान करने चाहिए। इस अवसर पर मुरलीधर पंचोली वरिष्ठोपाध्याय के प्रधानाचार्य ब्रजमोहन शर्मा वेद विद्यालय के प्रधानाध्यापक कैलाश चंद्र जोशी नीलांबर शर्मा उमाकांत जोशी महेश शर्मा पुष्कर पंचोली खेमराज सुखवाल डॉ बृजमोहन शर्मा बनवारी शर्मा ईश्वर शर्मा रणछोड़ तिवारी श्रवण चाष्टा सहित विद्यालय के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।