दिल्ली दौरे पर आएंगी ममता बनर्जी, कांग्रेस से रहेंगी दूर
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर हो रही विपक्षी एकजुटता के बीच ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी और कांग्रेस में तकरार बढ़ रही है. इसकी बानगी बुधवार (15 मार्च) को अडानी ग्रुप के मुद्दों को लेकर हुए विपक्षी दलों के मार्च में दिखी. इसमें टीएमसी शामिल नहीं हुई.
इसी बीच न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जल्द ही विपक्षी दलों के नेताओं से मिलने को लेकर दिल्ली का दौरा करेंगी, लेकिन वो यहां कांग्रेस के नेताओं से नहीं मिलेंगी. टीएमसी के एक नेता ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि बनर्जी दिल्ली आएंगी लेकिन अभी तारीख फाइनल नहीं हुई है. उन्होंने आगे कहा कि बनर्जी मार्च के आखिरी हफ्ते या फिर अप्रैल के शुरुआती महीने में आ सकती हैं.
किस-किस से मिलेगी?
सूत्रों ने बताया कि टीएमसी मुख्य ममता बनर्जी उन सभी विपक्षी नेताओं से मिलेंगी जिन्होंने हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर संयुक्त पत्र लिखा था. बनर्जी तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी के मुख्य शरद पवार, उद्धव ठाकरे, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगी.
पीएम मोदी को लिखे लेटर में कांग्रेस, जेडीयू और सीपीआई (एम) के हस्ताक्षर नहीं थे. बता दें कि इस पत्र में विपक्षी दलों ने कहा था कि मोदी सरकार विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. मनीष सिसोदिया को दिल्ली की शराब नीति केस में फंसाया गया. पिछली बार बनर्जी दिल्ली में जी-20 को लेकर बुलाई गई बैठक में आई थी.
टीएमसी ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक टीएमसी ने विपक्षी दलों के मार्च में शामिल ना होने पर कहा कि हमें कांग्रेस हलके में नहीं ले सकती. पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की ममता बनर्जी की गई टिप्पणी से टीएमसी का नेतृत्व खफा है.