मनुष्य को कर्मों का भोग इस मृत्यु लोक में  भोगना पड़ता है 

मनुष्य को कर्मों का भोग इस मृत्यु लोक में  भोगना पड़ता है 
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चित्तौड़गढ़ :-सेंती चमत्कारी सांवरिया सेठ मंदिर प्रांगण में आयोजित श्री परशुराम भागवत सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित हो रही श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिवस में कथा व्यास भागवत आचार्य जनार्दन मौड़ ने भागवत की महिमा बताते हुए कहा कि जो जैसा कर्म करता है उस मनुष्य को अपने कर्मों का भोग मृत्यु लोक में ही भोगना पड़ता है एवं  भगवान के द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने, गोपियों के संग रास रचाया एवं गोपियों व भक्तों के संग फूलों की होली खेली ,कंस वध एवं रुक्मणी विवाह का आयोजन हुआ जिसमें सभी भक्ति भाव विभोर होकर नृत्य करने लगे कथा के दौरान चित्तौड़गढ़ रामद्वारा के संत रमताराम जी एवं दिग्विजय राम जी ,मेवाड़ महामंडलेश्वर   चेतन दास   महाराज   की कृपा पात्र शिष्य संत   अनुदास  महाराज,रतन दास महाराज ,श्री नाथजी की हवेली के महंत कैलाश चंद्र पाराशर एवं कथा व्यास कनक लता पाराशर पधारे व्यास पीठ का स्वागत किया और आशीर्वाद वचन से सभी भक्तों को अनुग्रहित किया   परशुराम भागवत सेवा समिति एवं मंदिर मंडल द्वारा सभी पधारे संतों का शोल उड़कर स्वागत किया गया

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