जीवाश्म पार्क के संरक्षण एवं विकास को लेकर मुख्यमंत्री को दिया ज्ञापन
चित्तौड़गढ़ के बहुप्रतीक्षित करोड़ों वर्ष पुराने जीवाश्म पार्क के संरक्षण एवं विकास को लेकर महंगाई राहत शिविर एवं जनसभा में आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारतीय सांस्कृतिक धरोहर परिषद, इंटेक् के इतिहास, भू विज्ञान एवं जीवाश्म विभाग के प्रभारी डॉ. गोपाल सालवी ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें तत्कालीन जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा के द्वारा उच्च स्तरीय प्रतिवेदन राज्य सरकार को आवश्यक कार्यवाही हेतु लिखा गया एवं पशुपालन विभाग के शासन सचिव को उक्त जीवाश्म पार्क की भूमि खनन विभाग या यूआईटी को हस्तांतरित करने का अधिकृत विभागीय पत्र सहित जीवाश्म पार्क के संरक्षण विकास को लेकर आवश्यक कागजात का एक डोजियर सौंपा जिसे मुख्यमंत्री ने पढ़कर अपने सचिव को दिया एवं आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। ज्ञातव्य रहे कि 1976 में भारत सरकार के भारतीय भूविज्ञान सर्वेक्षण विभाग (जीएसआई) द्वारा इस भू- विरासत स्थल को एक विरासत के रूप में घोषित कर दिया गया ।परंतु आज तक इसे राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा असली अमलीजामा पहनाया नहीं गया ।जो कि बड़ा चिंतनीय विषय है और इस क्षेत्र में बढ़ते अवैध खनन को रोकने के संबंध में भी मुख्यमंत्री को एक पत्र सौंपा गया।