मिजोरम: 68.41 करोड़ की कीमत के नशीले पदार्थ जब्त, तीन गिरफ्तार

मिजोरम: 68.41 करोड़ की कीमत के नशीले पदार्थ जब्त, तीन गिरफ्तार
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केरल में उस समय सनसनी फैल गई, जब वहां 35 साल का एक शख्स और दो बच्चे अपने घर के अंदर मरे हुए मिले। शुरुआती जांच में सामने आया है कि शख्स ने पहले अपने दो छोटे बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद खुद की जान दे दी। वहीं, दूसरी ओर, मिजोरम में दो अलग-अलग अभियानों में 68.41 करोड़ रुपये की कीमत के मादक पदार्थ जब्त किए गए और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।

पहले बच्चों का उतारा मौत के घाट, फिर खुद दी जान
केरल में 35 साल का एक व्यक्ति और दो बच्चे अपने घर के अंदर मरे हुए मिले। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि जोस प्रमोद ने पहले अपने दो बेटों  (नौ साल के देवनारायणन और सात साल के देवानंद) की कथित तौर पर हत्या की, बाद में पट्टथनम इलाके के पास अपने घर में खुद की जान दे दी। 

पुलिस ने बताया कि घटना का पता तब चला जब प्रमोद के ससुर शुक्रवार सुबह घर आए। दरवाजा न खुलने पर उन्होंने पड़ोसियों से मदद मांगी। बाद में पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि अंदर तीन लाश पड़ी हुई हैं। 


अधिकारी ने बताया कि प्रमोद की पत्नी एक डॉक्टर हैं और घटना के समय वह ड्यूटी पर थीं। बच्चे फंदे से लटके मिले, जबकि प्रमोद दूसरे कमरे में मरा हुआ मिला। पुलिस को ऐसा संदेह है कि प्रमोद ने आत्महत्या करने से पहले बच्चों की हत्या की।

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मिजोरम में 68.41 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त
असम राइफल्स ने शुक्रवार को कहा कि मिजोरम में दो अलग-अलग अभियानों में 68.41 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए गए और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।

एक गुप्त सूचना के आधार पर असम राइफल्स के जवानों ने बुधवार को सियाहा जिले के बुआलपुई गांव में छापा मारा और 225 ग्राम हेरोइन जब्त की। पुलिस ने बताया कि हेरोइन की अनुमानित कीमत 1.75 करोड़ रुपये है ।

वहीं, सुरक्षा बलों ने गुरुवार को एक अन्य कार्रवाई कर चंफाई जिले में जोखावथार-मेलबुक रोड से मेथामफेटामाइन गोलियों के 20 पैकेट जब्त किए, जिनका वजन 22.2 किलोग्राम था। अधकारियों ने बताया कि  66.66 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ को कानूनी कार्रवाई के लिए आबकारी एवं नारकोटिक्स विभाग को सौंप दिया गया है। इस मामले में एक व्यक्ति को भी पकड़ा गया है।

तिरुनेलवेली के मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव वापस 

डीएमके मेयर पीएम सरवनन को अपनी ही पार्टी के पार्षदों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा। हालांकि, शुक्रवार को यह प्रस्ताव उस समय वापस भी ले लिया गया, जब कोई भी सदस्य बैठक में शामिल ही नहीं हुआ।

तिरुनेलवेली शहर नगर निगम के आयुक्त शुभम ज्ञानदेवराव ठाकरे ने कहा कि मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव वापस ले लिया गया है। इसे नो कोरम माना गया है। यानी बैठक में जितनी संख्या में सदस्यों की जरूरत थी, उतने नहीं पहुंचे थे। इसलिए कोई बैठक नहीं हुई। ना कोई अविश्वास प्रस्ताव लाया गया।

डीएमके के 38 पार्षदों ने सरवनन के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया था और आरोप लगाया था कि उनके संबंधित वार्डों को उचित कोष आवंटित नहीं किया गया है।

तिरुनेलवेली शहर नगर निगम के 55 वार्डों में से 51 पर डीएमके और कांग्रेस सहित उसके सहयोगी दलों का कब्जा है। डीएमके ने करीब 45 वार्डों में जीत दर्ज की थी। अन्नाद्रमुक चार का प्रतिनिधित्व करती है। दिलचस्प बात यह है कि डीएमके के ज्यादातर पार्षद शहर से बाहर बताए जा रहे हैं।

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