क्रॉस बोर्डर आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई की आवश्यकता बोले मोदी

क्रॉस बोर्डर आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई की आवश्यकता बोले मोदी
X

पेरिस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेरिस के एलीसी पैलेस पहुंचे। इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने उनका स्वागत किया।पीएम फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन से मुलाकात करके और उनके साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करी। और दोनों नेता एक संयुक्त प्रेस बयान जारी किया ।
पीएम ने कहा भारत स्थायी शांति की बहाली में योगदान देने के लिए तैयार है। आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत और फ्रांस हमेशा साथ रहे हैं। हम मानते हैं कि क्रॉस बोर्डर आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है, इस दिशा में दोनों देश सहमत हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा फ्रांस के लोगों को राष्ट्रीय दिवस के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। यह दिवस विश्व में स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे जैसे मूल्यों का प्रतीक माना जाता है, यह मूल्य दोनों देशों के संबंधों का महत्वपूर्ण आधार है। मुझे खुशी है कि इस अवसर की गरिमा बढ़ाने के लिए भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ियों ने भाग लिया।

उन्होंने कहा रक्षा सहयोग हमारे संबंधों का एक मूलभूत स्तंभ रहा है। यह दोनों देशों के बीच गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है। मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत में फ्रांस एक अहम साथी है... सबमरिन हो या नौसेना के जहाज हम चाहते हैं कि मिलकर सिर्फ अपने ही नहीं तीसरे मित्र देशों के सहयोग के लिए भी हम काम करें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आज भारत में चंद्रयान के सफल लॉन्च पर पूरा भारत उत्साहित है। यह हमारे वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि है। अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत और फ्रांस का पुराना और गहरा सहयोग है। हमारे स्पेस एजेंसियों के बीच नए समझौते हुए हैं।

मोदी ने कहा .हम अपनी रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। हम पिछले 25 वर्षों की मजबूत नींव के आधार पर अगले 25 वर्षों का रोडमैप बना रहे हैं। इसके लिए साहसिक एवं महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे हैं। भारत के लोगों ने स्वयं को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। इस यात्रा में हम फ्रांस को एक स्वाभाविक भागीदार के रूप में देखते हैं।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन हम चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के खंडन से दुनिया को बचाए और इसलिए हम पेरिस एजेंडा और नया वित्तीय वैश्विक कॉम्पैक्ट पर इकट्ठा काम किया है। हम सब चाहते हैं कि एक अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की स्थापना हो जो शांति और विकास की ओर ले जाए।

मैक्रॉन ने कहा 2030 तक हम 30,000 फ्रांसीसी छात्रों को भारत भेजेंगे और हम चाहते हैं कि जो भारतीय युवा फ्रांस में पढ़ने के लिए निर्णय लेते हैं तो उनको हम मौका देंगे इसलिए हम वीजा नीति को उसके अनुकूल बनाएंगे।

Next Story