चीन के साथ सख्ती से निपटने की जरूरत है: राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि चीन के साथ सख्ती से निपटने और स्पष्ट करने की जरूरत है कि ‘हम यह बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं कि वह हमारी जमीन पर बैठा हुआ है।’
उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तहत पदयात्रा के समापन के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार लगातार इससे इनकार करती रही है कि चीन ने हमारी जमीन नहीं ली है और उसका यह रुख बहुत खतरनाक है क्योंकि इससे चीन का ऐसी आक्रामक कार्रवाईयां करने का हौंसला और बढ़ेगा।’’
उनका कहना था, ‘‘मुझे लगता है कि चीन के साथ सख्ती से निपटने की जरूरत है और उसे यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि वह हमारी जमीन पर बैठा हुआ है और इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘मैंने हाल ही में कई पूर्व सैन्यकर्मियों से मुलाकात की। लद्दाख के लोगों से मिला। उन्होंने स्पष्ट बताया कि चीन ने भारतीय क्षेत्र की 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन ले ली है।’’
राहुल गांधी ने यह दावा भी किया कि यह धारणा बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शायद इकलौते व्यक्ति हैं कि चीन ने भारत की कोई जमीन नहीं हथियाई है।
उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब इससे एक दिन पहले ही, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा था कि कुछ लोग जानबूझकर चीन मुद्दे के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं।
जयशंकर ने यह भी कहा था कि 1962 में चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया था, जबकि कुछ लोग ऐसा बताते हैं कि यह हाल ही में हुआ है।