पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी, जान लें अपने शहर का भाव

पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी, जान लें अपने शहर का भाव
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 ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने  21 अक्टूबर के लिए पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी कर दी हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम में आज भी किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है. आज राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का भाव 96.72 रुपए प्रति लीटर है. वहीं, आर्थिक राजधानी मुंबई में एक लीटर पेट्रोल का भाव 106.35 रुपए, कोलकाता में 106.03 रुपए और चेन्नई में 102.63 रुपए है.

 दिल्ली में एक लीटर डीजल का भाव 89.62 रुपए, मुंबई में 94.28 रुपए, कोलकाता में 92.76 रुपए और चेन्नई में 94.24 रुपए है. आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल और डीजल सबसे ज्यादा महंगा है.

पेट्रोल और डीजल के भाव में आखिरी बार 22 मई को बदलाव हुआ था, जब वित्त मंत्री ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती का ऐलान किया था. 21 मई को पेट्रोल पर प्रति लीटर 8 रुपए और डीजल पर प्रति लीटर 6 रुपए की एक्साइज ड्यूटी कटौती का ऐलान किया गया था. इस कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल प्रति लीटर 8.69 रुपया और डीजल 7.05 रुपया सस्ता हो गया था.

कहां पहुंचे आपके शहर में तेल के दाम

देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल की मौजूदा कीमतें (रुपये प्रति लीटर)

शहरपेट्रोलडीजल
दिल्ली96.7289.62
मुंबई106.3594.28
कोलकाता106.0392.76
चेन्नई102.6394.24
लखनऊ96.5789.76
जयपुर108.4893.72
भोपाल108.6593.90
बैंगलुरू101.9487.89
शिमला97.3083.22

पेट्रोल पर कितना टैक्स लगता है?

राजधानी दिल्ली में अभी 1 लीटर पेट्रोल का भाव 96.72 रुपया है. इसमें बेस प्राइस 57.13 रुपया. किराया 20 पैसे प्रति लीटर है. एक्साइज ड्यूटी 19.90 रुपए और वैट 15.71 रुपए प्रति लीटर है. डीलर कमीशन 3.78 रुपए प्रति लीटर है. टैक्स का यह रेट इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक 15 जून 2022 के आधार पर है.

डीजल पर कितना टैक्स लगता है?

वहीं, दूसरी तरफ राजधानी दिल्ली में एक लीटर डीजल का भाव 89.62 रुपए प्रति लीटर है. इसके लिए बेस प्राइस 57.92 रुपए प्रति लीटर है. प्रति लीटर किराया 0.22 रुपए, एक्साइज ड्यूटा 15.80 रुपए और वैट 13.11 रुपए प्रति लीटर है. डीलर कमीशन 2.57 रुपए प्रति लीटर है. टैक्स का यह रेट इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक 15 जून 2022 के आधार पर है.

आपको बता दें कि तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी तेल का नुकसान हुआ है, जिससे व्यापारियों को सप्लाई में कटौती करनी पड़ी है. इसके साथ तेल की कमजोर डिमांड की वजह से चिंताएं भी बनी हुईं हैं.

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