निपाह वायरस का प्रकोप बढ़ा, उत्तरी केरल में दो दिनों के लिए छुट्टियों का एलान
राज्य सरकार ने बताया कि इस वायरस का प्रकार बांग्लादेशी वेरिएंट है, जो मनुष्य से मनुष्य में फैलता है। हालांकि, यह कम संक्रमक है लेकिन इसका मृत्यु दर अधिक है।केरल में निपाह वायरस बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तरी केरल के सभी शिक्षण संस्थानों में गुरूवार और शुक्रवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है। कोझिकोड जिले की कलेक्टर ए गीता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के जरिए छुट्टी की घोषणा करते हुए बताया कि सभी शिक्षण संस्थान इन दो दिनों के लिए ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था कर सकते हैं। हालांकि, विश्वविद्यालयों के परीक्षा के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
केरल में बुधवार को एक 24 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मचारी निपाह वायरस की पांचवीं मरीज बनीं। कोझिकोड में निपाह वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए पड़ोसी जिले वायनाड में 24 घंटों का कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। वायनाड जिला प्रशासन ने निपाह के रोकथाम और निगरानी गतिविधियों का रोकथाम करने और आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए 15 कोर समितियों का भी गठन किया है।
वायरस का प्रकार बांग्लादेशी वेरिएंट
राज्य सरकार ने बताया कि इस वायरस का प्रकार बांग्लादेशी वेरिएंट है, जो मनुष्य से मनुष्य में फैलता है। हालांकि, यह कम संक्रमक है लेकिन इसका मृत्यु दर अधिक है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि सभी 76 लोग जो उच्च श्रेणी जोखिम संपर्क में आए थे, फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। इसके अलावा 13 अन्य हल्के लक्षण वाले मरीज का इलाज अस्पताल में जारी है। उनमें एक नौ वर्षीय बच्चा भी शामिल है जो फिलहाल आईसीयू में भर्ती है। उसके इलाज के लिए आईसीएमआर से मोनोक्लोनल एंटीबॉडिस मंगाया गया है। यह निपाल वायरस के लिए एकमात्र एंटी वायरल उपचार है, लेकिन यह अभी तक चिकित्सकीय रूप से सिद्ध नहीं हो पाया है।
मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक
राज्य में निपाह वायरस के बढ़ते खतरे के बीच मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक समीक्षा बैठक की। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सीएम ने स्थिति को ठीक करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक भी की, जिसमें उन्होंने कहा, 'हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि रोकथाम के सभी संभावित उपाय यहां मौजूद हैं और फिलहाल घबराने की को जरूरत नहीं है।'
उन्होंने यह भी बताया कि डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर अध्ययन से पता चला है कि केवल कोझिकोड ही नहीं बल्कि पूरे केरल में इस तरह के संक्रमण होने का खतरा है। वन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा सावधानी बरतनी होगी। निपाह वायरस का नया मामला वन क्षेत्र से केवल पांच किलोमीटर के भीतर पाया गया था। मिपाह वायरस के खतरे को देखते हुए चार अन्य वार्ड- विलियपल्ली पंचायत के तीन और एक पुराेरी पंचायत के वार्ड को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।