अब भागवत भी मस्जिद-मदरसों में जाने लगे, हमें भी दर्द होता है,दिग्विजय सिंह का संघ पर निशाना
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर संघ पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेसी मंदिर एवं धार्मिक स्थलों पर जाते हैं तो भाजपा के लोगों को दर्द होता है, लेकिन अब मोहन भागवत भी मस्जिद- मदरसों में जाने लगे हैं। हमें भी दर्द होता है।
बता दें कि दिग्विजय सिंह सीहोर में थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने सीहोर विधानसभा क्षेत्र के मंडल, सेक्टर प्रभारियों, अध्यक्षों के साथ बैठक की। इसके बाद वे पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने परिवर्तन किया, लेकिन कुछ लोग बिक गए। इनमें हमारे गरीब विधायक तो नहीं बिके, लेकिन राजा-महाराजा, जमीदार जैसे लोग बिक गए और कांग्रेस की सरकार गिर गई। यदि कांग्रेस की सरकार होती, कांग्रेसी एकजुट होते तो किसानों की कर्जमाफी हो जाती। मध्यप्रदेश में रेत का अवैध कारोबार नहीं होता। मध्यप्रदेश में कुशासन की जगह प्रशासन चलता, लेकिन राजा, महाराजा बिक गए।
हमारा संगठन कमजोर
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं संगठन के निर्देश के अनुसार उन्हें मध्यप्रदेश की 66 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। जहां से कांग्रेस हारती रही है। इनमें से अब तक वे 23 विधानसभा सीटों पर जाकर पार्टी पदाधिकारियों, संगठन के साथ चर्चा करके बैठक कर चुके हैं। अब सीहोर आए हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह स्वीकारने में बिल्कुल भी अफसोस नहीं है कि हमारा संगठन कमजोर है। हम चुनाव वाले दिन, वोटिंग वाले दिन बूथ मैनेजमेंट करने में असफल रहते हैं। यह हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है। कांग्रेस संगठन जैसा होना चाहिए वैसा नहीं है, लेकिन अब पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बूथ मैनेजमेंट को लेकर रणनीति बनाई है। अब कांग्रेस को सेक्टर एवं मंडलों में बांटा गया है। हर सेक्टर, मंडलम सहित हर जिले के प्रभारी बनाए गए हैं, ताकि संगठन को मजबूती दी जा सके।
पुलवामा पर मैंने जो कहा, अब सब सही लग रहा
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि 15 साल की भाजपा सरकार की वादाखिलाफी, कुशासन, भ्रष्टाचार से जनता परेशान है। अब मध्यप्रदेश की जनता परिवर्तन चाहती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलवामा मामले को लेकर कहा कि जो उन्होंने आरोप लगाए थे वह सभी आरोप अब सही साबित सही हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें देशद्रोही बोला, लेकिन आज तक कोई भी यह साबित नहीं कर पाया कि दिग्विजय सिंह देशद्रोही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गुलाम नबी आजाद जब तक कांग्रेस में थे, तब तक वे आजाद थे, लेकिन कांग्रेस से जाते ही गुलाम हो गए हैं। कांग्रेस तो उनको नवी बनाना चाहती थी, लेकिन उन्हें गुलामी पसंद थी।