सौर ऊर्जा से अब किसान चला सकेगे आटा चक्की, डीप फ्रीज,व बीएमसी/बल्क मिल्क चिलर

भीलवाडा । जिले सहित प्रदेश भर में सोलर पैनल से बिजली उत्पादन करने वाले किसानों को सरकार ने एक और तोहफा देते हुए यूनिवर्सल सोलर पम्प कन्ट्रोलर लगाने के लिए योजना शुरू की है, जिसके माध्यम से किसान सौर ऊर्जा की बिजली से अन्य कृषि उपकरण यथा चाप कटर, आटा चक्की, डीप फ्रीज, मिनी कोल्ड स्टोरेज, बल्क मिल्क चिलर, थ्रेसिंग व विनोइंग अथवा फल सब्जी सुखाने की मशीन आदि चला सकेगें। यूनिवर्सल सोलर पम्प कन्ट्रोलर लगाने के लिए सरकार द्वारा किसानों को अनुदान दिया जाएगा।
राज्य सरकार के उद्यान विभाग ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत यूनिवर्सल सोलर पम्प कन्ट्रोलर आधारित कृषि उपकरण संचालन परियोजना 2021-22 को लेकर विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए है। इस योजना में जिन किसानों के 3 एवं 5 एचपी क्षमता तक सौर ऊर्जा पम्प संयंत्र लगे हुए है और पांच साल पूरे हो गए है, उन्हे लाभान्वित किया जाएगा।
योजना का उद्देष्य
प्रदेश में सौर ऊर्जा की अपार संभावना है, जिसे ध्यान में रखते हुए उद्यान विभाग द्वारा राज्य के किसानों के क्षेत्र पर सौर ऊर्जा पम्प संयंत्र स्थापित कराए गए है। सामान्यतया कृषक इन सौर ऊर्जा संयंत्रों का उपयोग सिंचाई के रूप में ही कर रहे है। इन सौर ऊर्जा संयंत्रों का उपयोग वर्ष में लगभग 150 दिन ही हो पाता है। शेष दिनों में सोलर पैनल द्वारा उत्पादित की जा रही ऊर्जा का उपयोग नहीं हो पा रहा है। जिस समय यह सौर ऊर्जा पम्प सिंचाई के उपयोग में नहीं लिया जा रहा है उस समय में उत्पादित होने वाली ऊर्जा को कृषक अन्य कृषि उपकरणों यथा चाप कटर, आटा चक्की, डीप फ्रीज, मिनी कोल्ड स्टोरेज, बल्क मिल्क चिलर, थ्रेसिंग व विनोइंग अथवा फल सब्जी सुखाने की मशीन आदि चला सकेगें। इसके लिए यूनिवर्सल सोलर पम्प कन्ट्रोलर आधारित कृषि उपकरण संचालन परियोजना राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत अनुदान उपलब्ध करवाए जाएंगे।
जानिए किसका होगा चयन
कृषक के खेत पर स्थापित सौर ऊर्जा पम्प संयंत्र द्वारा कृषि एवं उद्यानिकी फसलों में सिंचाई की जा रही हो।
ऐसे कृषक जिनके द्वारा उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजना में अनुदान पर सौर ऊर्जा पम्प संयंत्र स्थापित करवाए गए है और जिनकी पांच वर्ष की गारंटी समाप्त हो चुकी है ऐसे किसान पात्र होगे। यानि योजना का लाभ उठाने वाले किसानों के कन्ट्रोलर नए हो जाएगें और नए पर दुबारा पांच साल की गांरटी मिलेगी।
इस योजना के तहत 3 या 5 एचपी के यूनिवर्सल सोलर पम्प कन्ट्रोलर (यूएसपीसी) पर अनुदान देय है। ,
अच्छी योजना, कृषक लाभ लठाएं
उद्यान विभाग ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अन्तर्गत यूनिवर्सल सोलर पम्प कन्ट्रोलर आधारित कृषि उपकरण संचालन परियोजना शुरू की, जिसमें पात्र किसानों को इकाई लागत पर 60 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। 3 एचपी के यूएसपीसी की इकाई लागत 83 हजार तथा 5 एचपी के यूएसपीसी की इकाई लागत 85 हजार 500 रूपए आएगी। किसानों के लिए यह योजना काफी लाभदायक साबित होगी इसलिए उन्हें इसका लाभ उठाना चाहिए।
भीलवाड़ा को मिला 425 का लक्ष्य
परियोजना 2021-22 के तहत प्रदेश के सभी जिलो में कुल 10 हजार यूनिवर्सल सोलर पम्प कन्ट्रोलर स्थापित किए जाने है इसमें भीलवाड़ा जिले का 425 का लक्ष्य दिया गया है, जबकि सबसे अधिक 1530 का लक्ष्य बीकानेर जिले को दिया गया है। इसी प्रकार जयपुर को 1235,टोंक को 1370 का लक्ष्य दिया गया। दूसरी तरफ करोली व धौलपुर को सबसे कम 30 का लक्ष्य दिया गया है।