कड़कड़ाती ठंड में अब बारिश की बारी, अगले दो दिन में बरसात के बने हालात

कड़कड़ाती ठंड में अब बारिश की बारी, अगले दो दिन में बरसात के बने हालात
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उत्तर भारत के कुछ राज्यों में अगले दो दिनों में बारिश का अनुमान लगाया जा है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पूर्व के हिस्से में बने कम दबाव के चलते अगले 72 घंटों में अलग-अलग राज्यों में बारिश हो सकती है। जबकि उत्तर भारत के कई इलाकों में न्यूनतम पारे से लेकर अधिकतम पारे में भी कुछ गिरावट हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत के राज्यों में 10 जनवरी तक कोहरे की भी लगातार संभावनाएं बनी हुई हैं।

बीते कुछ दिनों से लगातार दिन का तापमान भी कम होता जा रहा है। विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दिन का पारा देश की राजधानी समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में 12 से 16 डिग्री के बीच बना हुआ है। वहीं रात का तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच पहुंच गया है। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल कहते हैं कि अगले कुछ दिनों में दिन और रात के तापमान में और कमी हो सकती है। साउथ ईस्ट रीजन में समुद्र के ऊपर बने कम दबाव के चलते इस तरीके की परिस्थितियां बनी हुई हैं। वह कहते हैं कि इसी वजह से उत्तर भारत के कुछ इलाकों में बारिश के भी आसार बन रहे हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में समुद्र के ऊपर बने कम दबाव का असर उत्तर भारत के इलाके में भी लो प्रेशर के तौर पर देखा जा रहा है। विभाग के मुताबिक अगले 72 घंटे के भीतर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश और झारखंड के हिस्सों में बारिश हो सकती है। हालांकि उत्तर प्रदेश के लखनऊ और कानपुर समेत आसपास के इलाकों में बुधवार की सुबह बारिश हुई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश पांच जनवरी तक उत्तर भारत के इलाकों में कहीं छुटपुट तो कहीं तेज बारिश हो सकती है।

कम दबाव के बन रहे क्षेत्र के चलते ही उत्तर भारत के कई इलाकों में तेज कोहरे का भी अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड का मैदानी इलाका और बिहार समेत मध्यप्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ के हिस्सों में कोहरा बना रहेगा। इसमें से पंजाब, उत्तर प्रदेश के हिस्सों में जबरदस्त कोहरा पड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक बीते दो दिनों से उत्तर प्रदेश के बहराइच, पंजाब के जालंधर और बरेली जैसे इलाकों में दृश्यता 25 मीटर से भी कम आंकी गई है। मौसम विभाग के वै

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