अब मोबाइल एप सिखाएगा बच्चों को दांतों को साफ करना

मोबाइल एप की मदद से बच्चे अपने दांतों को स्वस्थ और स्वच्छ रख सकेंगे। एप उन्हें बतााएगा कि दांतों को कैसे साफ रखना है, किस तरह से ब्रश करना है। ऐसा करने से भविष्य में होने वाली दंत रोगों को पहले ही रोका जा सकेगा। इसके लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली ने हेल्दी स्माइल नाम से द्विभाषी एप तैयार किया है। इस एप का अपडेट वर्जन बच्चों को मुंह की स्वच्छता के बारे में बताया जाएगा। साथ ही उन्हें दिन में दो बार अच्छी तरह से ब्रश करने के लिए प्रेरित करेगा।
इस एप में दो मिनट का ब्रशिंग टाइमर, प्रेरक गीत, बच्चों के सभी आयु समूहों के लिए निवारक दंत चिकित्सा युक्तिया, ब्रश प्रदर्शन वीडियो, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और गर्भावस्था के दौरान मुंह की देखभाल की जानकारी दी जाएगी। इस एप को बाल दंत चिकित्सा विभाग से डॉ. कल्पना बंसल, डॉ. विजय माथुर, डॉ. राहुल मोरनकर, डॉ. नितेश तिवारी सहित अन्य ने विकसित किया है।
दांतों की समस्या बच्चों में गंभीर है। एम्स के आंकड़ों के अनुसार देश में करीब 40 से 50 फीसदी तक बच्चों में दांतों की समस्या पाई जाती है। इसके पीछे जागरूकता व शिक्षा की कमी है। साथ ही उचित दंत चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है। इसके अलावा बच्चों में ब्रश करने की खराब आदतें, गलत खान-पान की आदत, देखभाल के ज्ञान की कमी से दिक्कत बढ़ जाती है।
दंत क्षय और मसूड़े में सूजन के मामले आम बात हैं। ऐसा देखा गया है कि बच्चों को चीनी युक्त स्नैक्स व अन्य खाने के लिए दिए जाते हैं, जो दांतों के लिए समस्या बनाते हैं।
इस एप में तीन साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता के लिए ब्रशिंग वीडियो और तीन साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए ब्रश करने की जानकारी दी गई है। साथ ही इसमें ओरल हेल्थ टिप्स दिए गए हैं। साथ ही बच्चों को दो बार ब्रश करने के लिए रिमाइंडर दिया जाता है। इस एप में गर्भावस्था की अवधि से ही मुंह के स्वास्थ्य के रखरखाव के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए लेख भी है।
