अब आलू-प्याज भी हो सकता है महंगा, अदरक-मिर्च समेत इन सब्जियों के बढ़े दाम
भीलवाड़ा ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं टमाटर मिर्ची धनिया के बाद टीडा ने भी रंग दिखाना शुरू कर दिया है सब्जियां के बढ़ते दाम से आम आदमी बुरी तरह त्रस्त है मंडियों में अब किलो की जगह पाव के हिसाब से भाव बताए जा रहे हैं जिसे सुनकर ही गरीब तबके के लोग चक्कर खाने लगे हैं
देश के कुछ इलाकों में मई के आ और जून के पहले सप्ताह में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून में देरी और गर्म हवाओं के असर से करीब सभी आवश्यक सब्जियों के भाव में तेजी आई है। इसमें टमाटर की कीमत सबसे ज्यादा बढ़ रही है। देश के कुछ इलाकों में जुलाई के मध्य से लेकर आखिरी तक बारिश होने से सब्जियों की कीमत में कमी आने की संभावना है। लेकिन अभी फिलहाल ज्यादा बारिश को लेकर चिंता बनी हुई है, इससे दूरस्थ इलाकों से वस्तुओं की आवाजाही पर असर पड़ सकता है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर की कीमत 2 जून से 3 जुलाई के बीच 451 रुपये क्विंटल से बढ़कर 6,381 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गई है। इस अवधि में टमाटर की आवक 40 फीसदी कम हुई है। कुछ प्रमुख टमाटर उत्पादक इलाकों में टमाटर की फसल खराब होने के कारण आपूर्ति घटी है।
मार्च-अप्रैल में ओलों से फसल खराब हुई। इसके बाद कर्नाटक में टमाटर की फसलों पर कीटों का हमला हो गया। टमाटर कम अवधि में तैयार होने वाली फसल है। विभिन्न इलाकों में साल में कई बार उगाया जाता है। कर्नाटक इसका बड़ा उत्पादक है। इसके बाद मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश और गुजरात हैं। देश के कुल सालाना टमाटर उत्पादन में इन 4 राज्यों की हिस्सेदारी करीब 48 फीसदी है।
बीस दिनों में ही बिगड़ा गणित
बाजार में इस बार आम आदमी टिंडा और भिंडी भी खाने की स्थिति में भी नहीं रह गए हैं। बाजार में टिंडा 120 रुपये किलो, तो भिंडी 100 रुपये किलो बिक रही है। बाजार में फूल गोभी 150 रुपये किलो बिक रही है। ग्वार फली 100 रुपये किलो है। बैंगन के दाम 70 रुपये किलो है। अरबी 70 रुपये किलो से अधिक दामों में बिक रही है। बाजार में बीस दिन पहले सब्जियों के दाम ठीक चल रहे थे। अचानक बेमौसम की बारिश होने से सब्जी की फसल खेतों में ही खराब हो गई।
सब्जियों के बढ़े दाम पर केंद्र सरकार क्या कह रही है?
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि टमाटर एकमात्र ऐसी वस्तु है, जिसकी कीमत सप्ताह के दौरान बढ़ी है। हम सभी जानते हैं कि बेमौसम बारिश के कारण टमाटर की कीमतें बढ़ी हैं। गोयल के मुताबिक जैसे ही हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक के साथ कुछ अन्य स्थानों से टमाटर आना शुरू हो जाएगा, कीमतें कम हो जाएंगी। केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि अगर हम पिछले साल से कीमतों की तुलना करें, तो ज्यादा अंतर नहीं है। आलू और प्याज की कीमतें नियंत्रण में हैं।