अब रायपुर का जैन मंदिर बना चोरों का निशाना, दो बड़ी व एक छोटी मूर्ति सहित अन्य सामान चोरी, दानपात्र से उड़ाई नकदी, जैन समाज में रोष

भीलवाड़ा विजय गढ़वाल। भीलवाड़ा में जैन मंदिरों में चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय है और आये दिन मंदिरों को निशाना बना रहा है। ताजा वारदात रायपुर के जैन मंदिर में हुई, जहां देर रात मंदिर का ताला तोड़कर चोरों ने तीन मूर्तियों सहित अन्य सामान चुरा लिया। सुबह वारदात का पता चलने पर जैन समाज में रोष व्याप्त हो गया। आला अधिकारी, एमओबी व एफएसएल टीमें मौके पर पहुंची और वारदातस्थल का जायजा लेकर सुराब तलाशने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग इस शातिर गैंग का पुलिस के हाथ नहीं लग पाया। बता दें कि दो दिन में जिले में यह दूसरी वारदात है।
रायपुर पुलिस के अनुसार, रायपुर कस्बे के कूडी चौक पर स्थित जैन मंदिर पर बीती रात चोरों ेने धावा बोल दिया। चोरों ने अंदर प्रवेश कर निज मंदिर के ताले भी चटका दिये और अंदर जाकर अष्टधातू निर्मित तीन मूर्तियां चुरा ली। इनमें दो बड़ी व एक छोटी मूर्ति शामिल है। इसके अलावा एक सिंहासन भी चोरों ने चुरा लिया। मंदिर का दानपात्र भी चोरों ने तोड़ दिया और उसमें रखी नकदी पर हाथ साफ कर लिया। इस वारदात को अंजाम देकर चोर गिरोह फरार हो गया। उधर, मंगलवार सुबह करीब 6.30 बजे पुजारी, पूजा अर्चना करने मंदिर पहुंचा तो ताले टूटे और मंदिर से मूर्तियां व सिंहासन गायब मिला। दानपात्र टूटा हुआ और नकदी गायब थी।
इसके चलते पुजारी ने मंदिर ट्रस्ट को सूचना दी। इस पर ट्रस्ट से जुड़े गणपत डांगी सहित अन्य पदाधिकारी व जैन समाज के लोग मंदिर पहुंचे।
बाद में पुलिस को सूचना दी गई। एएसपी सहाड़ा, डीएसपी गंगापुर, रायपुर थाना पुलिस और जिला मुख्यालय से एमओबी व एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची। अधिकारियों व दोनों टीमों ने वारदातस्थल का जायजा लेकर चोरों के सुराग तलाशने का प्रयास किया, लेकिन कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया। पुलिस का कहना है कि मंदिर व इसके आस-पास कोई सीसी टीवी कैमरे भी नहीं है। पुलिस ने गणपत डांगी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। उधर, इस वारदात से जैन समाज में रोष व्याप्त है। बता दें कि एक दिन पहले बिजौलियां थाना इलाके में भी इसी तरह की वारदात जैन मंदिर में हो चुकी है। इसके अलावा बेगूं, मांडलगढ़, कोटड़ी थाना सर्किल में भी चोर अपने हाथ जैन मंदिरों में दिखा चुके हैं, लेकिन पुलिस इन चोरों का कोई सुराग अब तक नहीं लगा पाई। ऐसे में यह गिरोह लगातार जैन मंदिरों को निशाना बना रहा है।