अब घटेगी पेट्रोल-डीजल की कीमत! तीन साल बाद भारत करने जा रहा यह काम

अब घटेगी पेट्रोल-डीजल की कीमत! तीन साल बाद भारत करने जा रहा यह काम
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नई दिल्ली: देश में पिछले साल अप्रैल से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। लेकिन जल्दी ही यह स्थिति बदल सकती है। इसकी वजह यह है कि भारत तीन साल बाद वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात करने जा रहा है। अमेरिका ने इस लैटिन अमेरिका देश पर प्रतिबंधों में ढील दी है जिससे भारत के वहां से क्रूड के इम्पोर्ट का रास्ता साफ हो गया है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। इसके मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज वेनेजुएला से तीन टैंकर बुक कर रही है जिनकी आपूर्ति दिसंबर और जनवरी, 2024 में होगी। अमेरिका ने साल 2019 में वेनेजुएला पर पाबंदी लगाई थी। इसके बाद भारत ने वहां से कच्चे तेल का आयात बंद कर दिया था। वेनेजुएला पर पाबंदी लगने से पहले रिलायंस और नयारा एनर्जी नियमित रूप से वहां से तेल खरीदती थीं।

कमोडिटी मार्केट एनालिटिक्स फर्म Kpler के डेटा के मुताबिक भारत ने इससे पहले आखिरी बार नवंबर 2020 में वेनेजुएला से कच्चा तेल मंगाया था। साल 2019 में वेनेजुएला भारत का पांचवां सबसे बड़ा सप्लायर था। भारत ने उस साल वहां से 1.6 करोड़ टन कच्चा तेल मंगाया था। वेनेजुएला के पास दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार है। अक्टूबर में अमेरिका ने वेनेजुएला पर लगी पाबंदियों में छूट दी थी। वेनेजुएला अब छह महीने तक बिना किसी लिमिट के कच्चे तेल का एक्सपोर्ट कर सकेगा। यह देश तेल निर्यात करने वाले देशों के संगठन ओपेक का मेंबर है।

चीन की चांदी

रिपोर्ट्स के मुताबिक पाबंदी के बावजूद चीन की कंपनियां वेनेजुएला से भारी डिस्काउंट पर तेल खरीद रही थीं। लेकिन पाबंदियां हटने के बाद यह छूट कम हो गई है क्योंकि दूसरे कई देशों ने भी खरीदारी में दिलचस्पी दिखाई है। माना जा रहा है कि वेनेजुएला दूसरे देशों को भी कच्चा तेल देने का इच्छुक है। रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस ने तीन सुपर टैंकर बुक कराए हैं। इनमें से प्रत्येक टैंकर 270,000 टन कच्चा तेल ले जा सकता है। दो टैंकर अगले हफ्ते भारत पहुंचेगा जबकि एक जनवरी की शुरुआत में आएगा। हाल में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि भारत डिस्काउंट पर वेनेजुएला से तेल खरीदने का इच्छुक है।

भारत दुनिया में कच्चे तेल का सबसे बड़ा उपभोक्ता है लेकिन 85% से ज्यादा मांग की पूर्ति आयात से होती है। पिछले दो साल में कच्चे तेल की कीमत में भारी उतारचढ़ाव आया है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद यह 139 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया था। इस बीच भारत को रूस से डिस्काउंट पर कच्चा तेल मिल रहा था लेकिन हाल के दिनों में इसमें भी गिरावट आई है। शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड 2.45% की गिरावट के साथ 78.88 डॉलर पर बंद हुआ जबकि डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 2.49% की गिरावट के साथ 74.07 डॉलर पर था। इस बीच दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये लीटर और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर है।

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