नर्सिंगकर्मी व छात्रों ने मांगो को लेकर किया प्रदर्शन

चित्तौड़गढ़। जिले के लगभग एक हजार नर्सिंगकर्मी और नर्सिंग विद्यार्थियों ने अपनी मांगो को लेकर गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट चौराहे पर मानव श्रंृखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। इससे पहले सभी सीएमएचओ कार्यालय परिसर में एकत्रित होकर रैली के रूप में कलेक्ट्री चौराहे पहुंचे। जहां सभी ने जमकर नारेबाजी कर अति कलक्टर को मांगो का ज्ञापन सौंपा। राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति जिला संघर्ष संयोजक मुकेश उज्जवल ने बताया कि जिले में कार्यरत नर्सिंगकर्मी और नर्सिंग विद्यार्थियों द्वारा जुलाई माह से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके बावजूद सरकार मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। वैसे तो यह मांगें बीते साढ़े चार सालों से कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार की अनदेखी से परेशान होकर सभी नर्सिंग कर्मी जिला मुख्यालय पर एकत्रित हुए। इस दौरान लगभग एक हजार नर्सिंग कर्मी व विद्यार्थी शामिल हुए। उन्होंने बताया कि दिल्ली के नर्सिंग कर्मियों को जो सुविधाएं दी जाती हैं, वही सुविधाएं राजस्थान के नर्सिंग कर्मियों को भी देने, ठेका प्रथा राजस्थान में बंद कर उसके बदले में संविदा नर्सिंग कर्मियों को 25 हजार रुपए एंव जीएनएम को 50 हजार रुपए का वेतन देने सहित 11 सूत्रीय मांगे रखी। जिला संघर्ष संयोजक उज्जवल ने बताया कि मांग नही मानने पर 14 अगस्त को कैंडल मार्च निकाला जाएगा। इस दौरान आपातकालीन सेवाएं चलती रहेंगी। फिर भी सरकार का इस तरह का रवैया रहा तो 23 अगस्त को राजस्थान के सभी नर्सिंग कर्मी सामूहिक रूप से अवकाश लेकर जयपुर की तरफ कूच करेंगे जहां बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर जगदीश धाकड़, कमलेश शर्मा, मुकेश खंडेलवाल, आशीष गाडरी, हेमंत संत, दिनेश गर्ग, संध्या सोलंकी, अनिल जोर्ज सहित हजारों की संख्या में नर्सिंग कर्मी मौजूद रहे।